वाराणसीः लक्ष्मी कुंड स्थित महालक्ष्मी मंदिर में शृंगार की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. बनारस एक ऐसा शहर है जहां हर पर्व अपने तरीके मनाया जाता है. इन पर्वों को मनाने के लिए इनकी लोक मान्यताएं भी अपनी होती हैं. शहर के लक्ष्मी कुंड इलाके में इस मेले को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.
मां लक्ष्मी की होती है विशेष पूजा. इसे भी पढ़ें- CM योगी पर संजय सिंह का 'कविता वार', बोले- नमक रोटी खिलाएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे
16 दिन सोरहिया मेले में मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने का खास पर्व है. इसमें मां की मिट्टी की बनी प्रतिमा की पूजा की जाती है. इस मूर्ति में मां का पूरा शरीर नहीं बल्कि सर सुराही के घड़े के समान होता है. भक्त मां लक्ष्मी की मूर्ति की पूजा कर उसे अपने साथ घर ले जाते हैं. अंतिम 16 दिन तक जीवित पुत्रिका पर्व के साथ इस कठिन व्रत का समापन करते हैं.
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पुजारी संता लाल ने बताया किया 16 दिन का यह महापर्व है. इसमें मां का विशेष अनुष्ठान होता है. इस पूजा करने से हर प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं. मां का आशीर्वाद लोगों को प्राप्त होता है. माना जाता है ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है. मां भक्तों को सुख संपत्ति देती है.