उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

वाराणसी: बिना हेलमेट बाइक चलाने पर सिख का कटा चालान, विभाग ने मानी गलती

यूपी के वाराणसी जिले में ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए यातायात पुलिस सतर्क है. वहीं जिले में सिख समुदाय के लोगों का भी चालान काट दिया गया, जिनको सरकारी नियमानुसार पगड़ी पहनने के चलते हेलमेट न लगाने की छूट मिली है. हालांकि विभाग ने इसे गलती करार देते हुए जल्द सुधार की बात कही है.

सिख का कटा चालान
सिख का कटा चालान

By

Published : Sep 17, 2020, 5:07 PM IST

वाराणसी:जिले में ट्रैफिक नियमों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. यातायात पुलिस ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन कराने के लिए लगी हुई है. विशेष तौर पर टू व्हीलर चालकों की निगरानी हो रही है, जिसमें बिना हेलमेट वालों के तुरंत चालान काट दिए जा रहे हैं. इसी कार्रवाई के चलते जिले में ट्रैफिक पुलिस ने कुछ ऐसे लोगों के भी चालान कर दिए, जिनको सरकारी तौर पर हेलमेट न पहनने की छूट है. दरअसल ये लोग सिख समुदाय से जुड़े हैं और सरदार होने की वजह से इनकी पगड़ी ही इनकी सबसे बड़ी सुरक्षा की गारंटी है. हेलमेट पगड़ी पर आ नहीं सकता, इसलिए सरकारी नियम में भी इन्हें छूट है. जिले में कई सिख समुदाय के लोगों का बिना हेलमेट का चालान इनके घर पहुंच गया, जिसको लेकर वे खासा परेशान हैं.

सिख युवक का कटा चालान.
जिले के मदनपुरा इलाके में ज्वेलरी शॉप चलाने वाले सरदार जसजीत सिंह के घर ट्रैफिक पुलिस का एक लेटर पहुंचा , जिसमें एक हजार रुपये के चालान की रकम की जानकारी थी. वहीं लेटर में इस बात का जिक्र किया गया था कि उन्हें बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने की एवज में जुर्माना भरना होगा. जसजीत सिंह का कहना है कि वह पगड़ी पहनते हैं और उस पर हेलमेट नहीं पहन सकते. साथ ही सरकारी नियमों में भी पगड़ी पहनने वाले सिख समुदाय के लोगों के लिए हेलमेट जरूरी नहीं लेकिन ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने इनकी बिना हेलमेट पहने की तस्वीर खींची और इनको डाक के जरिए चालान भेज दिया.

जसजीत अकेले नहीं है, बल्कि इनके ही परिचित और भी सिख समुदाय के लोगों का बिना हेलमेट गाड़ी चलाने के एवज में चालान काटा गया है. वहीं जिले में ऐसे करीब अब तक 25 से ज्यादा ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां सिख समुदाय के लोगों का चालान बिना हेलमेट की वजह से काटा गया है. हालांकि विभाग ने इसे गलती मानते हुए इसमें सुधार की बात कही है.

विभाग से गलती हो सकती है, जिसके चलते ऐसे बहुत से चालान हुए हैं. ऐसी स्थिति में इनके चालान कैंसिल किए जा रहे हैं. इसके पीछे और कोई मकसद नहीं है.
- श्रवण कुमार, एसपी ट्रैफिक

ABOUT THE AUTHOR

...view details