संत रविदास की जयंती को लेकर तैयारियां वाराणसी: 5 फरवरी को शिरोमणि संत रविदास की जयंती मनाई जाएगी. उनकी जयंती को लेकर उनके जन्म स्थल पर खासा रौनक देखी जा रही है. जी हां रविदास जयंती को लेकर वाराणसी में उनके सपनों का गांव बेगमपुरा का रूप लेने लगा है, जहां पर 25 जनवरी से रैदासियों का जत्था पहुंचने लगेगा.
बता दें कि रविदास जयंती के अवसर पर उनकी जन्मस्थली वाराणसी के सीर गोवर्धन में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं आते हैं. आने वाले सभी लोग यहां आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं और संत रविदास के दरबार में मत्था टेकते हैं. खास बात यह है कि श्रद्धालुओं के साथ देश की शीर्ष राजनीतिक हस्तियां भी यहां पर अपनी हाजिरी लगाने जरूर आती हैं. सूत्रों की मानें तो लगभग डेढ़ लाख श्रद्धालु इस वर्ष शामिल होंगे.
3 फरवरी को संत निरंजन दास भी स्पेशल ट्रेन से वाराणसी पहुंच जाएंगे. वे तीन दिवसीय महोत्सव में हिस्सा लेंगे. श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए सीर गोवर्धन में अलग-अलग राज्यों के अनुसार 40 भव्य पंडाल तैयार किए गए हैं. इस बारे में संत रविदास मंदिर के मैनेजर रणवीर सिंह ने बताया कि इस बार संत रविदास की 646वीं जयंती मनाई जाएगी. कोरोना काल के बाद यह भव्य जयंती है. इस बार लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि देश के अलग-अलग हिस्से से यहां श्रद्धालु आएंगे और इस महा महोत्सव में अपनी हिस्सेदारी भी दर्ज करेंगे. उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की सेवा के लिए पंजाब से 700 क्विंटल अनाज, मिर्जापुर और मध्य प्रदेश से 15 क्विंटल लकड़ी वाराणसी पहुंच चुकी है. 18 जनवरी को 1000 सेवादारों का जत्था भी बनारस आ गया है. अब 25 जनवरी से देशभर से संगत के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा और यहां पर भव्य महोत्सव की तैयारी भी होगी.
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं के साथ कुछ राजनीतिक हस्तियां भी बाबा के दरबार में अपनी हाजिरी लगाएंगी. उन्होंने जयंती समारोह में शामिल होने के लिए देश भर की प्रमुख हस्तियों को निमंत्रण भेजा है. इसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी, पंजाब के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मायावती, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केजरीवाल सहित अन्य कई हस्तियां शामिल हैं. इनमें से सीएम योगी आदित्यनाथ जयंती समारोह में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के आने की उम्मीद है.
गौरतलब हो कि सीर गोवर्धन में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई समस्या न हो, उसको लेकर लगातार प्रशासन भी सचेत है. वाराणसी के अधिकारियों ने सीर गोवर्धन में मंदिर समिति के लोगों के साथ बैठक कर सभी व्यवस्थाओं की जानकारी भी ली थी. जहां प्रशासन ने यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के साथ-साथ यहां पर साफ-सफाई, उचित प्रकार सुगम यातायात, मेडिकल व कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने का आश्वासन दिया है. इस बारे में जिला अधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि ज्यादा संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है. उनके आगमन को देखते हुए यहां पर हर प्रकार की मूलभूत सुविधाओं को व्यवस्थित कराया जा रहा है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो. इसके साथ ही कुछ वीआईपी के भी आने की संभावना है.
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