वाराणसी: सिस वरुणा पेयजल योजना को मिली सात करोड़ रुपये की स्वीकृति - वाराणसी सिस वरुणा पेयजल योजना
वाराणसी जिले में सिस वरुणा पेयजल योजना को 7 करोड़ रुपये की मंजूरी जल निगम की तरफ से दे दी गई है. बता दें कि धांधली से दम तोड़ रही सिस वरुणा पेयजल परियोजना के लिए 121 करोड़ के प्रस्ताव के सापेक्ष सात करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए गए हैं.
वाराणसी:नगरीय पेयजल के लिए जल निगम को शासन स्तर से सिस वरुणा पेयजल योजना के लिए 121 करोड़ के प्रस्ताव के सापेक्ष 7 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है. इस बजट से पेयजल योजना के डैमेज पाइप, लीकेज, पंप आदि दूरस्थ किए जाएंगे. नगरी पेयजल के लिए जल निगम को जिस संजीवनी का इंतजार था उसकी पहली खेप शासन की ओर से अनुमति मिल गई है. बता दें कि इस परियोजना के लिए 121 करोड़ के प्रस्ताव भेजे गए थे, इसके सापेक्ष शासन की ओर से सात करोड़ रुपये स्वीकृत कर दिए गए हैं.
जल निगम ने परियोजना को जनोपयोगी बनाने के लिए दो प्रस्ताव भेजे हैं. इसमें एक सात करोड़ रुपये दूसरा 114 करोड़ रुपये का है. परियोजना प्रबंधक के अनुसार, दूसरा प्रस्ताव भी स्वीकृत होने की उम्मीद है.
700 करोड़ की योजना को 2008 में मिली थी स्वीकृति
गंगा जल स्रोत से शहर में प्राथमिकता वाली तीन परियोजनाएं बनाई गई हैं. इसकी स्वीकृति अक्टूबर 2008 में मिली थी. तीनों परियोजनाओं का अनुमानित बजट 700 करोड़ रुपये था. परियोजना को जमीन पर लाने के लिए शहर को दो हिस्सों वरुणा पार इलाके को ट्रांस वरुणा, जबकि दूसरे हिस्से को सिस वरुणा का नाम दिया गया था. ट्रांस वरुणा के लिए 209 करोड़ रुपये और सिस वरुणा के लिए लगभग 227 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित हुआ था. वहीं 50 हजार नए कनेक्शन और एक लाख 58 हजार घरों में वाटर मीटर लगाने के लिए करीब 111 करोड़ रुपये का बजट तय हुआ. ट्रांस और सिस वरुणा की परियोजना वर्ष 2010 में प्रारंभ हो गई, जिसे दो साल के अंदर पूरा करना था, लेकिन यह कार्य नहीं हो सका.
धांधली के आरोप में नपे थे अफसर
इस परियोजना में गड़बड़ी मिलने के बाद शासन स्तर से इस परियोजना की जांच कराई गई थी. इसमें धांधली उजागर हुई. इस आधार पर हुई कार्रवाई में अधीक्षण अभियंता समेत 19 अफसरों को निलंबित कर दिया गया तो 17 सेवानिवृत्त अफसरों से रिकवरी का आदेश हुआ.
परियोजना की गड़बड़ी को किया जाएगा दुरुस्त
जल निगम के मुख्य अभियंता एके पुरवार ने बताया है कि सिस वरुणा पेयजल योजना के लिए शासन ने सात करोड़ रुपये की स्वीकृति कर दी है. 114 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भी भेजा है. इस धनराशि से सिस वरुणा परियोजना की गड़बड़ियों को दुरुस्त कर जनोपयोगी बनाया जाएगा.