वाराणसी:जिले केदुर्गाकुंड ऑक्सफैम इंडिया और रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में निर्भया के गांव से शुरू हुए अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा पखवाड़ा को शहर के दुर्गाकुण्ड स्थित एसिड पीड़िताओं के स्वामित्व में संचालित ऑरेंज कैफ़े में निर्भया दिवस मनाकर “महिलाओं पर बढ़ती हिंसा और हमारा समाज” विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
समाज के विकास में महिलाओं का योगदान
कार्यक्रम संयोजक रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस पूरे विश्व में महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को रोकने के लिए मनाया जाता है. महिलाओं के खिलाफ हिंसा मानवाधिकार का उल्लंघन हैं. ऐसे में महिलाओं को शिक्षा, रोजगार व राजनीतिक प्रतिनिधित्व में बढ़ावा देने के साथ-साथ महिलाओं से संबंधित सामाजिक कुरीतियों को दूर करना अति आवश्यक हैं.
मुख्य वक्ता जागृति राही ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा और भेदभाव खत्म करने के लिए लोगों में लैंगिक समानता के प्रति जागरूक करना आवश्यक है, जिससे महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा को खत्म किया जा सके. हमारे देश व समाज के विकास में महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान होता है.
महिलाएं भी समान अधिकार की हकदार
वक्ताओं ने कहा कि मानवाधिकार के तहत महिलाएं भी समान अधिकार की हकदार हैं. सामाजिक वातावरण और हाल के दिनों में नैतिक गिरावट का असर महिला हिंसा के रूप में देखने को मिल रहा है. जब तक सरकारी और गैरसरकारी संगठन आपस में मिल कर काम नहीं करेंगे, तब इन समस्याओं का निदान हो सकेगा.
कार्यक्रम में डा. मोहम्मद आरिफ़, डा. अनूप श्रमिक, शिक्षिका पूजा गुप्ता, विनय सिंह ने भी अपने विचार प्रकट किए. इस अवसर पर अजय पटेल, जागृति राही, आरिफ़, वंदना गुप्ता, राजकुमार गुप्ता, अंजली पटेल, महिमा पटेल आदि लोग उपस्थित रहे. कार्यक्रम का संचालन राजकुमार गुप्ता ने किया. कार्यक्रम कीअध्यक्षता एसिड पीड़िता बादामा देवी ने किया. अतिथियों का स्वागत अजय पटेल ने किया.