वाराणसी: भगवान शंकर का तीसरा नेत्र भले ही भगवान शिव के रौद्र रूप को दर्शाने का काम करता हो लेकिन इस तीसरे नेत्र के जरिए भगवान भोलेनाथ पूरे ब्रह्मांड पर अपनी नज़रें भी रखते हैं और भोलेनाथ के इस त्रिनेत्र के नाम से ही वाराणसी में स्थापित किए गए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम के जरिए बनारस के 7000 से ज्यादा सीसी कैमरों की निगरानी भी की जाती है. इन सीसी टीवी कैमरों के लगाने का मकसद शहर की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करते हुए हर चप्पे चप्पे पर निगाह बनाए रखना है, लेकिन अब शहर में इन सरकारी कैमरों के अलावा अपार्टमेंट, रेस्टोरेंट, होटल और कमर्शियल कंपलेक्स के अलावा स्कूलों और अस्पताल के बाहर लगे निजी कैमरे भी इस कंट्रोल रूम की निगरानी की जद में आ रहे हैं.
सबसे बड़ी बात यह है कि शहर में सुरक्षा के जाल को और मजबूत करने के लिए सीएम योगी के निर्देश पर प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस से यूपी में पहली बार इस प्रयास को शुरू किया गया है. जिसके बाद यूपी के अन्य शहरों में भी निजी सीसी की टीवी कैमरों के जरिए शहर की सुरक्षा को कंट्रोल रूम के जरिए मजबूत करने का काम शुरू किया जा रहा है.
दरअसल हर शहर में अपराध नियंत्रण करने के लिए कई तरह के प्लान तैयार होते हैं. इन प्लान में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका सीसीटीवी कैमरे निभाते हैं. इन कैमरों की मदद से कई बार हत्या, लूट, छिनैती, डकैती और कई संगीत अपराधों का राज पास करने में बड़ा महत्वपूर्ण क्लू मिल जाता है. इसके अलावा किसी चीज के खोने और किसी लापता व्यक्ति के पता लगाने के लिए भी यह कैमरे काफी मददगार साबित होते हैं. बनारस में स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम को भी त्रिनेत्र के नाम से तैयार किया गया है और यहां पूरे बनारस शहर में लगभग 7000 से ज्यादा कमरों की निगरानी बड़े से टीवी स्क्रीन के जरिए की जाती है. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शहर के हर चौराहे हर गली हर मोड़ कैंट रेलवे स्टेशन, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, गंगा घाटों से लेकर हर भीडभाड़ वाली जगह पर लगे यह कैमरे इसी जगह से निगरानी की जद में आते हैं.