वाराणसी: देवाधिदेव महादेव श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के विस्तारीकरण के साथ ही मंदिर की सुरक्षा को सुदृढ़ करने की भी योजना बनाई जा रही है. इसके तहत विश्वनाथ दरबार में सबसे संवेदनशील माने जाने वाले रेड जोन का दायरा भी बढ़ाया जाएगा. अलग-अलग 4 जोन में बांटे गए मंदिर परिसर की सुरक्षा और भी पुख्ता की जाएगी. इसके साथ-साथ स्थापित हो रहे विश्वनाथ कॉरिडोर की निगरानी के लिए चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए कार्य योजना तैयार कर प्लान शीघ्र ही गृह मंत्रालय को भेजा जाएगा. वहां से मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू किया जाएगा.
विश्वनाथ कॉरिडोर की सुरक्षा बढ़ेगी कई रास्तों से प्रवेश के लिए बड़ा प्लानकाशी विश्वनाथ मंदिर विस्तारीकरण के तहत निर्माणाधीन कॉरिडोर के बनने के बाद सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो सकता है. क्योंकि, अभी मंदिर में जाने के लिए चार अलग-अलग रास्ते हैं. परिसर के निर्माण के बाद गंगाघाट के अलावा अन्य रास्तों से भी मंदिर तक पहुंचना आसान हो जाएगा. बड़ा क्षेत्र होने की वजह से सुरक्षा भी बड़े पैमाने पर करनी होगी.
रेड जोन का बढ़ेगा दायराकमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि मंदिर की सुरक्षा को लेकर लोकल प्रशासन और पुलिस के साथ कार्य योजना तैयार की जा रही है. अंतिम फैसला शासन का होगा. संवेदनशील माने जाने वाले रेड जोन का दायरा बढ़ाया जाएगा और सुरक्षा कॉरिडोर परिसर तक रहेगी. इसके अलावा सड़क के रास्ते से जुड़ने वाले बाबा विश्वनाथ के चार मुख्य दरवाजों की सुरक्षा को भी मजबूत करने के लिए यलो जोन का दायरा भी बढ़ाया जाएगा.
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यलो जोन में भक्तों को मिलेगी थोड़ी राहत
येलो जोन में श्रद्धालुओं को थोड़ी राहत जरूर रहेगी और मोबाइल का इस्तेमाल संभव हो सकेगा. रेड जोन में मोबाइल फोन पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा. इसके अलावा मंदिर परिसर में प्रवेश के समय बॉडी स्कैनर लगाए जाने की तैयारी की जा रही है. इतना ही नहीं यह भी माना जा रहा है कि मंदिर परिसर के मुख्य चौक तक भक्तों को मोबाइल फोन ले जाए जाने की छूट दी जा सकती है.
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15 अप्रैल तक भेजना है प्लान
फिलहाल शासन की तरफ से 15 अप्रैल तक भवनों के संचालन के साथ सुरक्षा को लेकर प्लान तैयार करके मांगा गया है. इस प्लान में मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए चारों तरफ 15 फीट ऊंची दीवारों के निर्माण के साथ रेड जोन और यलो जोन के दायरे को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. इतना ही नहीं पैरामिलिट्री फोर्सेस की तैनाती के साथ ही पीएसी के जवानों की तैनाती की 24 घंटे मंदिर परिसर में की जाएगी.