वाराणसी: अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की ओर से आने वाले फैसले से पहले पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियां विशेष सतर्कता बरत रही हैं. देश भर में जांच अभियान के साथ फ्लैग मार्च निकाले जा रहे हैं. वहीं पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था को सबसे ज्यादा पुख्ता करने के निर्देश मिले हैं, क्योंकि अयोध्या के बाद काशी और मथुरा को सबसे संवेदनशील शहरों की लिस्ट में रखा गया है. यही वजह है कि वाराणसी में पुलिस की टीमें लगातार फ्लैग मार्च से लेकर शांति समिति की बैठक और सद्भावना अभियान चला रही हैं.
सुप्रीम कोर्ट के आने वाले फैसले के मद्देनजर सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए पुलिस सप्ताह व्यापी सदभावना अभियान शहर के अलग-अलग इलाकों में चला रही है. इसके लिए बाकायदा अलग-अलग टोलियां लोगों के बीच जाकर अफवाहों से बचने और उन्हें फैलने से रोकने से लेकर सोशल मीडिया पर लोगों को उकसाने वाले मैसेज को फॉरवर्ड न करने की अपील करती दिख रही हैं. इसके साथ ही एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह और एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह को शांति समिति की बैठक की निगरानी और अलग-अलग वर्गों के संभ्रांत लोगों से मिलकर बातचीत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सभी सीओ को निर्देश दिया गया है कि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों से संपर्क कर असामाजिक तत्वों के साथ सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों की निगरानी करें.