वाराणसी:काशी आने से आपको कर्ज से मुक्ति भी यू चुटकियों में मिल जाती है ऐसी मान्यता है. कुछ ऐसी ही महिमा बाबा भोले की नगरी वाराणसी की है. भोले की नगरी न सिर्फ आपके दुखों को हर लेती है, बल्कि आपके लिए हुए ऋण को भी चुकाने में बाबा का आशीर्वाद सहायता करता है. कर्ज के मामले में काशी आने से आपकी जिंदगी आसान बन जाती है.
ऋणहरेश्वर महादेव भक्तों को कर्ज से दिला रहे हैं मुक्ति. काशी नगरी में स्थित है अद्भुत मंदिर-
शिव की नगरी काशी में एक ऐसा मंदिर है जहां से दर्शन कर लेने से आपकी जिंदगी कर्ज के जाल से मुक्त हो जाती है. काशी के इस अद्भुत मंदिर का वर्णन स्कंद पुराण के काशी खंड में भी किया गया है. भक्तों में यह मान्यता है कि ये स्वयंभू शिवलिंग है और इन्हें ऋण हरेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है.
विशेश्वरगंज को कहा जाता है पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी-
बनारस के विशेश्वरगंज को पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी के नाम से जाना जाता है. इसी मंडी में एक मोहल्ला है मध्यमेश्वर, जिसे लोग महामृत्युंजय रोड के नाम से भी जानते हैं. इसी रास्ते पर मुश्किल से 25 कदम मैदागिन की ओर जाने वाले नुक्कड़ पर विराजते हैं. ऋणहरेश्वर महादेव जिनको ऋण मुक्तेश्वर महादेव भी कहा जाता है. इस बात की मान्यता है कि महादेव के दर्शन मात्र से आप जिंदगी के तमाम तरह के ऋणों से मुक्ति पा सकते हैं.
क्या कहते हैं श्रद्धालु-
मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की मानें तो यह हरेश्वर महादेव कर्ज मुक्त कराने वाले महादेव बाबा के दर्शन करने से व्यवसाय मनो बुद्धि में शांति प्रदान होती है. दर्शन सिर्फ सावन के महीनों में ही मतलब नहीं रखता. इस मंदिर के महत्व को समझने वाले लोग बराबर मंदिर में दर्शन करने आते रहते हैं और बाबा को आस्था के साथ बेलपत्र अर्पित करते हैं. भक्तों की मानें तो रोज अपना व्यवसाय शुरू करने से पहले अगर बाबा के दर्शन कर लिया जाए तो व्यवसाय में किसी तरीके का घाटा और कर्ज नहीं रहता. बाबा ऋण मुक्तेश्वर के प्रताप के चलते देश के हर कोने से भक्त बाबा के दर्शन के लिए आते हैं.
ऋण हरेश्वर महादेव का नाम स्कंद पुराण के काशी खंड में है. 100 वर्ष पुराने इस मंदिर में बाबा ऋण मुक्तेश्वर महादेव स्वयंभू रूप से स्थापित है. इनके दर्शन से देव ऋण, पित्र ऋण, ऋण ग्रहण के साथ-साथ सांसारिक ऋण से भी मुक्ति मिलती है. बाबा के दर्शन पूजन से घर की अन्य परेशानियों को बाबा हर लेते हैं.
-विश्वकांत आचार्य महाराज, मंदिर के पुजारी