वाराणसी: 14 जुलाई से सावन की शुरुआत हो रही है. यह पहला मौका होगा जब विश्वनाथ धाम में सावन के मौके पर श्रद्धालु बेफिक्र होकर बड़े आराम से दर्शन-पूजन कर पाएंगे. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी के 2 दिन पहले अपने दौरे पर लोगों से सावन को लेकर तैयारियां शुरू करने के लिए कहा था. उन्होंने कहा था कि सावन दरवाजे पर है और दरवाजा खटखटा रहा है. इस बार पहली बार विश्वनाथ धाम में श्रद्धालु प्रवेश करेंगे और सावन के मौके पर आप सभी तैयार रहिए. यही वजह है कि अब प्रशासन ने पूरे उत्साह के साथ बाबा विश्वनाथ के धाम में दर्शन पूजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार बीते सावन की तुलना में 3 गुना से ज्यादा भीड़ आने का अनुमान है. यही वजह है कि प्रशासन कहीं से कोई कोर कसर छोड़ना नहीं चाहता. प्रशासन ने दर्शन-पूजन को लेकर एक्शन प्लान तैयार कर लिया है.
सावन को लेकर तैयार एक्शन प्लान के मुताबिक, विश्वनाथ मंदिर को प्रशासन की तरफ से तैयार किया गया है. हर सावन के सोमवार पर प्रत्येक साल डेढ़ से 200000 लोगों की भीड़ विश्वनाथ मंदिर में 24 घंटे के अंदर दर्शन करती थी. लेकिन, इस बार यह अनुमान है कि यह भीड़ दुगने से 3 गुना ज्यादा हो सकती है. इसलिए प्रशासन ने नए तरीके से पूरा एक्शन प्लान तैयार कर लिया है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा का कहना है कि जून में प्रतिदिन औसतन एक लाख श्रद्धालु विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने आए हैं और जुलाई की शुरुआत में ही यह भीड़ बढ़ चुकी है. प्रतिदिन लगभग सवा लाख से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर में पहुंच रहे हैं. इसलिए भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरा एक्शन प्लान नए तरीके से तैयार किया जा रहा है, ताकि कहीं से कोई दिक्कत न हो.
ये है प्लान
- गंगा के रास्ते पहली बार श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा
- मणिकर्णिका घाट जला सेन घाट के बीच से बने नए रास्ते पर रेट कार्ड पर बिछाया जाएगा
- वृद्ध और दिव्यांग भक्तों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था होगी
- विश्वनाथ मंदिर के अंदर सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी का जाल बिछाया जा चुका है, सावन से पहले यह शुरू हो जाएंगे
- भीषण गर्मी को देखते हुए कूलर की व्यवस्था जगह-जगह पर रहेगी
- पीने के पानी के लिए भी उचित प्रबंध किया गया है
- पहली बार ऐसा मौका होगा कि श्रद्धालु सड़क पर कम और विश्वनाथ धाम के अंदर ज्यादा होंगे
- बहुत ज्यादा भीड़ की स्थिति में भी एक बार में एक साथ पांच लाख से ज्यादा लोग विश्वनाथ धाम में मौजूद रह सकते हैं
- विश्वनाथ मंदिर पहले से ही 3 जोन में बंटा हुआ है रेड जोन विश्वनाथ मंदिर का मुख्य गर्भगृह और उसके आसपास का इलाका है उसके बाहर यलो जोन और फिर ग्रीन जोन
- श्रद्धालुओं को ग्रीन जोन तक मोबाइल फोन और कैमरा लेकर जाने की अनुमति होगी यहां पर लॉकर में श्रद्धालु इन चीजों को रखकर मंदिर में प्रवेश करेंगे
- भीड़ की स्थिति को देखते हुए स्पर्श दर्शन की इजाजत पर रोक लग सकती है सिर्फ बाहर से जल चढ़ाने की अनुमति होगी यानी झांकी दर्शन
- ज्ञानवापी छत्ता द्वार वाले रास्ते से भी भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा
- बाहर निकलने के लिए छत्ताद्वार और ढूंढी राज पॉइंट का इस्तेमाल किया जाएगा
- विश्वनाथ मंदिर परिसर के अंदर कलम, माचिस, इलेक्ट्रॉनिक घड़ी, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, पान मसाला, खैनी, गुटखा, ब्लेड कोई भी हथियार पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा