वाराणसी: मां गंगा के तट पर बसी विश्व की प्राचीनतम शहर काशी में इन दिनों संकट मोचन डिजिटल संगीत समारोह की पांचवीं निशा का शुभारंभ कथक नृत्य की प्रस्तुति के माध्यम से किया गया. भोपाल से रायपुर घराने की प्रतिनिधि कलाकार वी अनुराधा सिंह ने किया. घराने की पारम्परिक रचनाओं की प्रस्तुति दी.
वाराणसी: संकट मोचन डिजिटल संगीत समारोह का पांचवा दिन, कलाकरों ने लगाई हाजिरी - संकट मोचन डिजिटल संगीत समारोह का पांचवा दिन
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पांचवें दिन भी संकट मोचन दरबार में भक्तों और कलाकरों ने हाजिरी लगाई है. कोरोना वायरस के चलते प्रस्तुति लोगों को दिखाने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम का उपयोग किया जा रहा है. इसी कड़ी में संकट मोचन डिजिटल संगीत समारोह की पांचवीं निशा का आयोजन किया गया.
संकट मोचन डिजिटल संगीत समारोह
तत्पश्चात् कार्यक्रम की अगली कड़ी में मुंबई से तबला वादन की प्रस्तुति हेतु डिजिटल माध्यम से अनुराधा पाल जुड़ीं, जिन्होंने वाराणसी और पंजाब घराने के परम्परागत रचनाओं की प्रस्तुति की. कार्यक्रम की तीसरी प्रस्तुति हेतु डिजिटल माध्यम से चेन्नई से विख्यात कर्नाटक शैली की गायिका विदुषी बॉम्बे जयश्री रामनाथ जुड़ी. बॉम्बे जयश्री के साथ उनके सुपुत्र अमृत रामनाथ ने भी हनुमत दरबार में स्वरांजली की.
हम डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन संगीत समारोह देख पा रहे हैं. यह बहुत ही अच्छा है और हमारे साथ विश्व के कोने-कोने से लोग जुड़े हैं. कलाकार अपनी हाजिरी लगा पा रहे है. संकट मोचन भगवान से यही प्रार्थना है कि कोरोना वायरस जल्दी ही खत्म हो.
सुमेधा मिश्रा, दर्शक सदस्य परिवार