वाराणसी: समाजवादी पार्टी के विधायक और पूर्व सांसद अबू आजमी के करीबी विनायक ग्रुप के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है. ये एफआईआर वाराणसी विकास प्राधिकरण ने कराई है. विनायक ग्रुप के पार्टनर अबू आसिम आजमी के ठिकानों पर इनकम टैक्स की टीम ने हाल ही में छापेमारी की थी. इस छापेमारी में विनायक ग्रुप के पास से मिले वाराणसी विकास प्राधिकरण के नाम के दस्तावेज फर्जी हैं. इसके साथ ही उन कागजात पर हुए हस्ताक्षर भी फर्जी हैं. ऐसे में वीडीए की शिकायत पर कैंट पुलिस ने विनायक ग्रुप पर एफआईआर दर्ज की है.
वाराणसी में कुछ दिन पहले आयकर विभाग की टीम ने समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष अबू आजमी के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसमें विनायक ग्रुप द्वारा बनाई गई प्रॉपर्टी भी शामिल थी. आयकर विभाग इससे पहले मुंबई और लखनऊ के ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी थी. इसके बाद वाराणसी में एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई थी. इस जांच में आयकर विभाग को कई तरह के लेनदेन पर शक हुआ था. इसके साथ ही 100 से अधिक फाइलें और बैंक के कागजात टीम जब्त करके ले गई थी. वहीं वीडीए के नाम के कागजात अब फर्जी पाए गए हैं. इसकी जानकारी टीम ने विभाग को दी है.
फर्जी पाए गए दस्तावेज और हस्ताक्षरःवाराणसी में जांच के दौरान विनायक ग्रुप के डायरेक्टर ने आयकर विभाग की टीम को वाराणसी विकास प्राधिकरण की अनुमति के दस्तावेज दिखाए थे. विभाग ने इस कागजात को जांच के लिए जब्त कर लिया था. विभाग ने जब इन दस्तावेजों को वाराणसी विकास प्राधिकरण भेजा तो सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं. इन पर किए गए हस्ताक्षर भी फर्जी थे. इसके साथ ही दस्तावेज में कई तरह की गलत जानकारियां भी दी गई हैं. इस खुलासे के बाद आयकर विभाग ने प्राधिकरण को पत्र लिखकर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की बात कही थी. प्राधिकरण को आयकर विभाग ने कुछ नाम भी उपलब्ध कराए थे.