वाराणसी: अयोध्या में आज भव्य राम मंदिर का प्रधानमंत्री मोदी ने शिलान्यास किया. वहीं उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी भारतीय जनता पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं ने अस्सी क्षेत्र स्थित सिद्धेश्वर महादेव के मंदिर में रुद्राभिषेक किया. यही वह स्थान है जहां पर धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज को सिद्धि प्राप्त हुई थी.
अयोध्या में शिलान्यास, काशी में सिद्धेश्वर महादेव का हुआ रुद्राभिषेक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया. वहीं उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उनके समर्थकों ने इस काम को निर्बाध रूप से होने के लिए प्रार्थना करते हुए भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया. रुद्राभिषेक सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में किया गया. यह वही जगह है, जहां करपात्री महाराज को सिद्धि की प्राप्ति हुई थी.
500 सालों के संघर्ष के बाद आया यह दिनप्रधानमंत्री को भी इस काम में किसी प्रकार की बाधा न आए इसलिए भगवान राम के इष्ट देव भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया गया. वैश्विक महामारी के दौर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए 11 ब्राह्मणों द्वारा शस्वर में रुद्री का पाठ किया गया. काशी से यह मनोकामना की जा रही है कि भगवान श्री राम के भव्य राम मंदिर के पूजन के साथ ही निर्माण संपन्न हो. हर-हर महादेव और श्रीराम के जयकारों से पूरा मंदिर परिसर गूंज उठा.
धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री ने लगभग 500 वर्ष के संघर्ष के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास किया है. इसे लेकर निर्माण कार्य में किसी प्रकार की बाधा न हो इसके लिए आज हम लोगों ने काशी के सिद्धेश्वर महादेव में रुद्राभिषेक किया. सभी ने बाबा से यह प्रार्थना कि वे हर प्रकार के विघ्न को हर लें, ताकि अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण हो सके. यही वह स्थान है, जहां पर धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज को सिद्धि प्राप्त हुई थी. यहीं से उनके समर्थक रुद्राभिषेक करके प्रधानमंत्री के प्रतिनिधित्व के रूप में बाबा के दरबार में हाजिरी लगा रहे हैं.