वाराणसी: तेजी से बदल रही लाइफ स्टाइल और अकेले रह रहे लोगों की जिंदगी में पालतू जानवरों को एक अलग अहमियत मिली है. शायद यही वजह है कि पहले मेट्रो सिटीज तक सीमित रहने वाले पालतू कुत्तों को पालने का ट्रेंड अब हर शहर में तेजी से बढ़ता जा रहा है. अगर आपको भी अपने घर, फ्लैट या बंगले में कुत्ता पालने का शौक है तो जरा संभल के नहीं तो पप्पी, टॉमी और जोजो के चक्कर में आप जेल की हवा भी खा सकते हैं.
डॉगी पालने के लिए हैं कड़े नियम
दरअसल, घरों में कुत्ता पालने को लेकर कई कड़े नियम सरकार की ओर से बनाए गए हैं. हालांकि इन नियमों की जानकारी ना होने की वजह से बहुत से लोग इसका पालन ही नहीं कर पाते हैं. इस बारे में उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिव सिंह ने जानकारी दी है. डॉ. शिव सिंह बताते हैं कि घरों में कुत्ता पालने को लेकर कड़े नियम बनाए गए हैं. यह नियम हर राज्यों में हर जिले में अलग-अलग तरह से प्रभावी हैं.
डॉ. शिव सिंह ने बताया कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जो भी व्यक्ति कुत्ता पाल रहा है उसे अपने कुत्ते का रजिस्ट्रेशन कराना अति आवश्यक है. यह रजिस्ट्रेशन नगर निगम सीमा के लिए नगर निगम कार्यालय से और ग्रामीण सीमा के लिए संबंधित कार्यालय से जाकर कराया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आपको कुछ भुगतान करना होगा. तो यदि आपने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है तो करा लीजिए वर्ना आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है.
हर जिले में अलग है शुल्क
डॉ. शिव ने बताया कि हर शहर में पालतू डॉगी का रजिस्ट्रेशन कराने की के लिए अलग-अलग शुल्क है. वाराणसी में कुत्ता पालने के लिए आवेदन शुल्क 100 रुपये प्रति वर्ष है. इसके लिए नगर निगम में जाकर एक एप्लीकेशन देना होगा. जहां आपको एक फॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा. उस फॉर्म को भरकर जमा करने के बाद आपको नगर निगम की अनुमति मिल जाएगी. जिससे आपको परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.