शामली:जनपद मुख्यालय पर स्थित अपर दोआब शुगर मिल द्वारा पूर्व के पेराई सत्र से संबंधित 221 करोड़ रुपये का बकाया भुगतान नही किया जा रहा है, जिसको लेकर किसान 82 दिनों से धरने पर डटे हैं. किसानों के आंदोलन की वजह से मिल का नया पेराई सत्र भी शुरू नहीं हो पा रहा है. धरने के चलते खाप चौधरियों द्वारा बुलाई गई महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता और आरएलडी चीफ जयंत चौधरी भी शामिल हुए. लेकिन मिल मालिकों और अधिकारियों के साथ किसान नेताओं की वार्ता के बावजूद भी भुगतान को लेकर कोई समाधान नहीं निकला.
किसानों के साथ हो रही साजिश: राकेश टिकैत
महापंचायत को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि देश में किसानों के साथ बड़ी साजिश हो रही है. शामली शुगर फैक्ट्री भी उसकी चक्रव्यूह का एक हिस्सा है. मिल भुगतान नही कर रहा है और प्रशासन यहां पर झगड़ा करवाना चाहता है. उन्होंने कहा कि शामली में किसानों का भुगतान इसलिए नहीं किया जा रहा है. ताकि किसान संगठन और किसानों की आवाज उठाने वालों के साथ किसानों का मतभेद करा सके. टिकैत ने कहा कि शुगर मिल के अफसरों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे मानने के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि हम लोग धरने का संचालन कर रही कमेटी के साथ हैं, कमेटी जो भी निर्णय लेगी, उसका समर्थन किया जाएगा.
जयंत चौधरी बोले- किसानों के प्रदर्शन को हल्के में ना लें
महापंचायत में पहुंचे रालोद सुप्रीमों जयंत चौधरी ने कहा कि शामली जिले में प्रशासनिक अधिकारियों के पास किसानों को समझाने और मनाने के लिए कुछ भी नही है. अभी तक शुगर मिल की आरसी भी जारी नहीं की गई है. अधिकारी किसानों के प्रदर्शन को हल्के में ना लें और लखनऊ बात कर समाधान निकालने की कोशिश करें. हम किसानों के साथ है और जो किसान चाहेगा हम लोग वही कहेंगे कोई भी दाएं-बाएं की बात नही करेंगे. जयंत ने कहा कि इस सरकार में किसानों को बार-बार सड़कों पर आना पड़ रहा है. किसानों को आतंकवादी, खालिस्तानी बताने वाले लोग सत्ता में बैठे हुए हैं. महापंचायत में हुई वार्ता में कोई ठोस उपाय नही निकल पाया है और किसान अभी भी परेशान है, इसलिए मैं भी इस बार दीवाली नहीं मनाऊंगा.