वाराणसी: रंगभरी एकादशी पर गंगा निर्मलीकरण की कामना से नमामि गंगे के सदस्यों ने केदार घाट स्थित गौरी-केदारेश्वर मंदिर में भोलेनाथ व माता पार्वती के साथ मां गंगा की आरती की. नमामि गंगे के सदस्यों ने गौरी-केदारेश्वर के साथ हर्बल गुलाल और पुष्प की होली खेली. अबीर-गुलाल से विधिवत पूजन-अभिषेक किया गया. सदस्यों ने इस दौरान केदार घाट स्थित शिव कचहरी-शिव विग्रह की गंगाजल से सफाई कर स्वच्छता का संदेश भी दिया.
इसके साथ ही हर्बल गुलाल और प्राकृतिक रंगों से ही होली खेलने की लोगों से अपील की और मां गंगा के लिए जन जागरण किया. वहीं केदार घाट पर उपस्थित नागरिकों ने गंगा घाट पर गंदगी न करने का संकल्प लिया. पर्यावरण संरक्षण के लिए नमामि गंगे के सदस्यों ने गंगा किनारे पड़ी पॉलीथिन, कपड़े एवं कूड़े कचरे को साफ कर पॉलीथिन मुक्त गंगा घाट का आग्रह किया.
इस संबंध में नमामि गंगे काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि रंगभरी एकादशी के पावन पर्व पर आदि देव और आदि शक्ति का पूजन गंगा निर्मलीकरण और भारत की समृद्धि के लिए किया गया. भगवान शिव शंकर ने जगत हित में मां गंगा को अपने शीश धरा है. महादेव से गंगा निर्मलीकरण की कामना की है. उन्होंने कहा कि होली खेलने के दौरान हम प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें ताकि हमारी त्वचा सुरक्षित रहे.
राजेश शुक्ला ने बताया कि गंगा घाट को साफ रखने के लिए इस दौरान सफाई अभियान भी चलाया गया, जिसमें नमामि गंगे के सदस्यों ने गंगा घाट के आसपास फैली गंदगी को साफ किया और लोगों को गंदगी न फैलाने का संकल्प भी दिलाया. इस आयोजन में प्रमुख रूप से काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर प्रभारी पुष्पलता वर्मा, प्रीति जायसवाल, प्रीति रवि जायसवाल, सुनीता जायसवाल रीता पटेल, गीता सचदेवा, तान्या जायसवाल , विजय जायसवाल, नीलिमा जायसवाल उपस्थित रहे.
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