वाराणसी:जिले में लगभग 97 करोड़ की लागत से गंगा नदी पर बने रामनगर सामने घाट पक्का पुल की सड़क विगत 3 दिनों की लगातार मूसलाधार बारिश के कारण धंस गई है. दो साल पहले बनकर तैयार हुए इस पुल की सड़क धंसने और दरकने से लोग हैरान हैं. लोग कार्यदायी संस्था पर निर्माण में लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं.
दो साल में ही धंसने लगी सड़क. 2017 में पीएम मोदी ने किया था लोकार्पण
वाराणसी सामने घाट से रामनगर जाने के लिए काशीवासियों ने बड़ा इंतजार किया. लगभग 10 साल से ज्यादा समय में यह पुल बनकर तैयार हुआ. केंद्र और प्रदेश में बीजेपी की सरकार आने के बाद इस पुल को तैयार किया गया. 22 सितंबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुल को काशी की जनता को समर्पित किया था.
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फिलहाल, उत्तर प्रदेश सहित पूरे पूर्वांचल में लगातार तीन दिनों तक हुई मूसलाधार बारिश ने इस सड़क की सच्चाई को सामने ला दिया है. सड़क किनारे की तरफ धंसने लगी और एक जगह बड़ा सा गड्ढा हो गया है, जिससे यह पुल चर्चा का विषय बना हुआ है और इसकी गुणवत्ता पर भी सवाल उठने लगे हैं.
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सामने घाट रामनगर पुल है, जो गंगा के ऊपर बना है. वर्तमान में इस पुल की स्थिति यह है कि सड़कें कई जगह से दरकने लगी हैं और एक जगह तो बड़ा गड्ढा हो गया है. इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
-जितेंद्र, स्थानीय