वाराणसी:रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha in Ayodhya) का उल्लास पूरे देश में नजर आ रहा है. देश का हर कोना इसका गवाह बन रहा है. यही वजह है कि देश के अलग-अलग हिस्से से प्रभु श्रीराम के लिए अलग-अलग उपहार और अलग-अलग सामग्रियां उपलब्ध कराई जा रही हैं. जो प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन के समय पूजन में उपयोग में लाई जाएंगी. ऐसे में अगर बात महादेव की नगरी काशी की कर लें तो काशी और अवध का रिश्ता ही अलग है. लगातार काशी से भी रामलला की पूजा के लिए सामान जा रहे हैं. इसी क्रम में इंडोनेशिया के रुद्राक्ष (Ramlala ritual will be performed with Rudraksh from Indonesia) से रामलला के दरबार में जहां जप और अनुष्ठान होगा तो वहीं काशी के पंचमेवे और जड़ीबूटियों का प्रभु श्रीराम को भोग लगाया जाएगा.
जनवरी की 22 तारीख का इंतजार देश के हर एक नागरिक को है. इस दिन भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा उनके मंदिर में की जानी है. इसको लेकर सरकार की तरफ से भव्य आयोजन किया जा रहा है. देशभर से हजारों साधु-संत इस आयोजन में पहुंच रहे हैं. वहीं काशी के ब्राह्मणों को रामलला की पूजा-अर्चना के लिए बुलाया गया है. ऐसे में काशी के लोगों के लिए यह गौरव का पल है. वहीं काशी के कारोबारियों में भी इस बात की खुशी है कि उन्हें रामलला के लिए उपहार भेजने का मौका मिला है. इंडोनेशिया के रुद्राक्ष और गोमुखी का प्रयोग प्रभु श्रीराम के जप और अनुष्ठान में किया जाएगा. काशी के कारोबारी के पास इसका ऑर्डर आया है. मेवे-मसाले और जड़ीबूटियां भी अयोध्या जा रही हैं.
60 किलो मेवे-मसाले का ऑर्डर अयोध्या से मिला:कारोबारी बताते हैं, 'हमारे यहां से ड्राई फ्रूट्स, जड़ीबूटियां और मसाले गए हैं. ड्राई फ्रूट्स में काजू, बादाम, किसमिस, मखाने, गरी के गोले आदि गए हैं. सब मिलाकर करीब 60 किलो का ऑर्डर गया है. इसे भेज दिया गया है. ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम लोगों को भगवान की सेवा करने का अवसर मिला है. और भी काफी सामान यहां से गए हैं. उनमें रुद्राक्ष की माला, पीतल के सामान रामलला के लिए अयोध्या भेजे गए हैं. यह पूर्वांचल की बड़ी और काफी पुरानी मंडी है. हमारे पिताजी 1970 से यहां पर हैं. इस मंडी में किराना, ड्राई फ्रूट्स और जड़ी बूटियां मिलती हैं.'
जप के लिए भेजी जा रहीं 151 रुद्राक्ष की मालाएं: कारोबारी अभिषेक बताते हैं, 'पूरे देशभर में लाखों दुकानें हैं. मगर इसके लिए मेरा चयन हुआ है. प्रभु ने मुझे चुना है. ये सेवा मेरी तरफ से सुनियोजित है तो मैं बहुत आभार प्रकट करना चाहता हूं. मैं बहुत भाग्यशाली महसूस कर रहा हूं. हमारी तरफ से प्रभु के चरणों में 151 इंडोनेशियन रुद्राक्ष की माला भेजी जा रही है. ट्रस्ट की तरफ से इसका आदेश मिला है. इसे हम अपनी तरफ से भगवान के चरणों में अर्पित कर रहे हैं. इसके साथ ही मैंने गौमुखी, जिसमें माला रखकर जप होगा भेजा है. वहां पर अनुष्ठान होने वाला है. उस अनुष्ठान में जो जप होंगे उस समय उन गोमुखियों में रुद्राक्ष की माला रखकर जप किया जाएगा.