वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में एक बार फिर से सड़कों की स्थिति जीर्ण शीर्ण बनी हुई है. बनी हुई सड़कों पर फिर से खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है. इसी को देखते हुये गुरुवार को रामापुरा पार्षद ने सरकारी विभागों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि अगर स्थिति सुधारी नहीं जायेगी तो इसे आंदोलन का रूप दिया जायेगा.
प्राशसनिक तंत्र के खिलाफ लोगों ने किया प्रदर्शन. इसे भी पढ़ें :- वाराणसी: भारत कला भवन ने लगायी 18वीं सदी के दुर्लभ बटुए की प्रदर्शनी
रामापुरा पार्षद ने सड़क पर ही किया प्रदर्शन
दरअसल, वाराणसी में विकास कार्य लगातार हो रहे हैं और विकास कार्यों की समीक्षा खुद सुबे के मुखिया सीएम योगी ने अपने हाथों में लिया है. वहीं विकास कार्य के अंतर्गत ही सड़कों का निर्माण का कार्य तो हो रहा है, लेकिन उसके बाद अन्य विभाग फिर से उस सड़क को तोड़कर नया काम शुरू कर दे रहा है.
यह स्थिति बेहद ही निराशाजनक है. जिस तरह से शहर में बरसात हो रही है उसको देखते हुये अगर सड़कों को दुरुस्त नहीं किया गया तो आने वाले समय में वाराणसी की कोई भी सड़क चलने के काबिल नहीं रहेगी. विभागों के इसी लापरवाही से क्षुब्ध होकर गुरूवार को रामापुरा पार्षद ने सड़क उसी सड़क पर धरना प्रदर्शन किया जो सड़क तोड़ी जा रही थी.
अगर जल्द से जल्द प्रशासन हमारी बात नहीं सुनता है तो हम इस धरने को आंदोलन का रूप देंगे. प्रशासनिक तंत्र जिस तरह से शहर में कार्य करवा रहा है यह बेहद ही दुखद है. जो भी कार्य किए जा रहे हैं उस कार्य के कोई भी कागजात कोई अधिकारी दिखाने को तैयार नहीं होता है और कहा जाता है कि कार्य को कराने के लिये अधिकारियों ने कहा है.
-मनोज कुमार, रामापुरा पार्षद