वाराणसी: केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को वाराणसी में सहयोगी दल के प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित किया और इस दौरान समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि खुद को समाजवादी कहने वालों का समाजवाद से कोई लेना देना नहीं है. समाजवादी वही है जो भय और भूख से छुटकारा दिलाए और यह कार्य सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने किया है. वाराणसी की सेवापुरी से चुनाव लड़ रहे अपना दल के प्रत्याशी नील रत्न पटेल के समर्थन आयोजित जनसभाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी सपा की सरकारें आती हैं तो माफिया राज कायम हो जाता है. लेकिन भाजपा सरकार में ऐसे माफियाओं पर बुलडोजर चलाए गए हैं और खाली की गई जमीन पर गरीबों के लिए घर बनाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि प्रश्न यह नहीं उठता की कौन किस पार्टी का है, कोई किसी पार्टी का हो हम कंधे से कंधा नहीं दिल से दिल मिलाकर काम कर रहे हैं. 2014 में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनवाई थी. उस समय भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष मैं था. उस वक्त भी हम अपना दल समेत अन्य दल मिलकर चुनाव लड़े थे. उन्होंने कहा कि आज मैं इस बात की चर्चा इसलिए कर रहा हूं 2014 के घोषणापत्र में हमने जो कुछ भी कहा था उसे पूरा किया और इसके बाद 2019 के घोषणापत्र में भी हमने जो कुछ भी कहा उसे पूरा किया.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व अन्य आगे उन्होंने कहा कि 2017 के यूपी के घोषणापत्र में हमने जो कुछ भी कहा था उसे डंके की चोट पर पूरा करके दिखाया है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हमारा भारत बहुत ताकतवर देश बन गया होता, लेकिन नेताओं की कथनी और करनी में अंतर होने की वजह से ही भारत पीछे रह गया. हम जो कहेंगे उसको किसी भी सूरत में पूरा करेंगे. हम आपके भरोसे को टूटने नहीं देंगे.
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उन्होंने कहा कि 1951 में हमारी पार्टी जनसंघ बनी, तब से हम जम्मू-कश्मीर में धारा 370 के तहत विशेष दर्जा प्राप्त होने को लेकर विरोध करते आ रहे थे और हमने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में वही दर्जा मिलना चाहिए जो भारत के बाकी राज्यों के लिए है. लेकिन जब हमारी पार्टी पूरी तरह से सत्ता में आई तब हम सभी ने जम्मू से धारा 370 को हटाने के लिए संसद में बहुमत संग धारा 370 को हटाने का काम किया. हम हर चुनाव के घोषणापत्र में कहते थे कि अयोध्या में राम मंदिर बनाएंगे. आज अयोध्या की धरती पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. सारी दुनिया देख रही है जो कहा था वह किया.
लक्ष्मी कमल के फूल पर बैठकर आती हैं: राजनाथ
वहीं, उन्होंने कहा कि लक्ष्मी कभी भी हाथी पर बैठकर नहीं आती और न ही साइकिल चलाकर आती हैं. कभी भी हाथ हिलाते हुए हेलो हाय करते हुए नहीं आती हैं. जब भी आती हैं तो लक्ष्मी घर में कमल के फूल पर बैठकर आती हैं. पहले जब यह बात बोलते थे तो लोग मजाक उड़ाते थे. आज मैं यह कह सकता हूं कि आज लक्ष्मी का प्रवेश यदि लोगों के घर में हो रहा है तो कमल के फूल की वजह से ही हो रहा है.
'पाक के कायराना हमले का सर्जिकल स्ट्राइक से दिया जवाब'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में गरीबों को पक्के मकान, एलपीजी सिलेंडर, मुफ्त राशन मिल रहा है. चारों तरफ खुशहाली दिख रही हैं क्योंकि हम सरकार बनाने के लिए राजनीति नहीं करते, हम तो समाज और देश बनाने के लिए राजनीति कर रहे हैं. जब मैं भारत का गृह मंत्री था तब पाकिस्तान से कुछ आतंकवादी कश्मीर की धरती पर आ गए. भारत के अंदर उन्होंने हमारे अर्धसैनिक बल के कुछ जवानों पर कायराना हमला किया. बड़ी संख्या में बहादुर अर्धसैनिक बल के जवान शहीद हुए. हमने इसका जवाब सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया.
'विपक्ष ने सेना के जवानों पर उठाया सवाल'
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में संघर्ष हुआ. कांग्रेस, सपा और बसपा के लोगों ने हमारे जवानों पर सवाल उठाया. राहुल गांधी ने कहा कि जो भारत और चीन के सेना के बीच संघर्ष हुआ था, उसमें चीन के जवान कम मारे गए. भारत के जवान ज्यादा मारे गए. मैंने रक्षा मंत्री होते हुए कभी मुंह नहीं खोला. कभी आगे खोलना भी नहीं चाहता, लेकिन ईश्वर के घर देर हो सकती है, अंधेर नहीं हो सकती. उनके बोलने के 1 दिन आगे पीछे ऑस्ट्रेलिया के अखबार ने छानबीन करने के बाद लिखा कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के जवानों के बीच हुए संघर्ष में चीनी सेना के 50 जवान मारे गए थे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सारी राजनीतिक पार्टियों के चरित्र को आप लोग जानते हैं. ऐसी कई घटनाएं हैं, जिसकी मैं चर्चा कर सकता हूं. समाजवादी पार्टी ने एक बार बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. क्या हालत हुई इनकी, सभी जानते हैं. जाति, पंथ और मजहब के आधार पर बैठकर राजनीति नहीं होती. सभी वर्गों को साथ लेकर चलना होता है. सपा के लोग खुद को समाजवादी कहते हैं, लेकिन मैं कहना चाहता हूं इनका समाजवाद से कोई लेना देना नहीं है. इन्होंने समाजवाद को छुआ तक नहीं है क्योंकि समाजवादी वह होता है जो जनता को भय और भूख दोनों से निजात दिलाए.
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