वाराणसी: मौसम में अचानक हुए बदलाव से जहां गर्मी से राहत मिली है, वहीं तेज हवा के साथ हुई बारिश से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. दो दिनों से लगातार तेज हवा चल रही है. मंगलवार को 35 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली. हालांकि दूसरे दिन 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली, जिसके साथ ही दोपहर से बारिश शुरू हुई जो अभी भी जारी है.
वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में बारिश हो रही है. मात्र कुछ घंटे के हुई इस बारिश से वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के परिसर के मुख्य मार्ग पर पानी भर गया. इससे मरीजों सहित उनके परिजनों को बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ा. शहर में डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर फैला है. ऐसे में गंदे पानी से गुजर कर लोगों को अस्पताल, इमरजेंसी वार्ड और दवा लेने के लिए जाना पड़ रहा है.
सर सुंदरलाल अस्पताल को पूर्वांचल का एम्स कहा जाता है. यही वजह है कि यहां पर सामान्य दिनों की ओपीडी में लगभग 8000 लोग डॉक्टर का परामर्श लेते हैं. इसमें वाराणसी पूर्वांचल सहित बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और नेपाल तक के मरीज दिखाने आते हैं. सरकार हॉस्पिटल को एम्स के तर्ज पर सुविधा देने का वादा करती है, लेकिन मूलभूत समस्याएं तो वैसे ही हैं. बीएचयू परिसर के सर सुंदरलाल अस्पताल के मुख्य द्वार से लेकर बाल रोग विभाग इमरजेंसी और मेडिकल की दुकान तक पानी भरा है, जिससे मरीजों को पानी के बीच से होकर गुजर पड़ रहा है.
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शादाब ने बताया कि मैं यहां का स्टूडेंट हूं. यह समस्या कई सालों से है. बाहर से ज्यादा पानी परिसर के अंदर आता है. जब बारिश होती है तो घुटनों तक पानी होता है. हम लोग यहां पर अपने बच्चे को लेकर एडमिट हैं. कार में अंदर तक पानी भर चुका है. बिहार से आए बबलू ने बताया कि पानी की वजह से बहुत ही परेशानी है. मरीज ले जाने में दिक्कत हो रही है. स्ट्रेचर भी भीगा हुआ मिल रहा है. डंपी सिंह ने बताया कि मरीज को लाने-ले जाने में बहुत दिक्कत है. मुख्य मार्ग पर पानी भरा है. यहां अच्छी सुविधा नहीं मिल रही है.