वाराणसी: पद्मश्री मोहम्मद शाहिद के नाम पर पहली बार प्रदेश में हुए नेशनल लेवल के आयोजन में उत्तर प्रदेश और सिकंदराबाद रेलवे की टीम फाइनल में भिड़ी. हॉकी टूर्नामेंट के फाइनल में आरपी सिंह बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्पोर्ट्स का भविष्य बहुत ब्राइट है.
सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के लिए किये कई बड़े फैसले: आरपी सिंह कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे आरपी सिंह ने कहा कि वाराणसी हमेशा से ही हॉकी का गढ़ रहा है. पद्मश्री मोहम्मद शाहिद जैसे विश्वविख्यात खिलाड़ी हुए हैं. बनारस से कई और खिलाड़ी भी निकले. इसलिए प्रदेश सरकार ने हॉकी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया गया हैं.
मोहम्मद शाहिद की याद में सर्वश्रेष्ठ देश की 12 टीमों ने इसमें हिस्सा लिया. साथ ही कुछ सालों में प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों के लिए अच्छी अच्छी स्कीम सरकार लेकर आई है. जहां नगद पुरस्कार के साथ-साथ सीधे राजपत्र पदों पर भी हासिल करने की प्लानिंग सरकार ने कर रखी है.
आरपी सिंह ने बताया कि अगर आप ओलंपिक गेम में स्वर्ण पदक लेकर आते हैं तो 6 करोड़ रुपये, रजत पदक लाने पर 4 करोड़ रुपये, कांस्य पदक लाने पर 2 करोड़ रुपये और अगर आप सिर्फ ओलंपिक में भागीदारी करते हैं तो 1 करोड़ रुपये मिलेंगे. इसके अलावा एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम में भी अगर आप गोल्ड जीते हैं तो 5 करोड़ 50 लाख, सिल्वर पदक पाने पर 30 लाख रुपये, कांस्य पदक पर 15 लाख रुपये सरकार की तरफ से दिए जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि सिर्फ इतना ही नहीं पदक प्राप्त करने के साथ सीधे राजपत्रित अधिकारी पद पर भी आप की तैनाती होगी. आप स्पोर्ट्स खेलते हुए आपका ग्रेजुएशन नहीं है, क्योंकि ग्रेजुएशन जरूरी है, इसलिए आपको 7 साल का मौका दिया जाएगा ग्रेजुएट होने के लिए. जो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है. यह निर्णय सरकार द्वारा किया गया है जो बहुत ही बड़ी बात है.