वाराणसी:केंद्रीय कर्मचारियों की तरफ से सरकार के विरोध में 8 जनवरी को भारत बंद का आवाहन किया गया. सरकार की विरोधी नीतियों और उनकी लंबित मांगों के प्रति घोर उदासीनता के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया. 10 से ज्यादा ट्रेड यूनियंस ने इस बंद में हिस्सेदारी कर केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोला.
सरकार की नीतियों के खिलाफ केंद्रीय कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में भी बुधवार को सुबह से तमाम केंद्रीय कर्मचारियों और संगठनों द्वारा अपने कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर सरकार की नीतियों का विरोध किया गया.
कर्मचारियों का कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन
अपनी 12 सूत्रीय मांगों को लेकर केंद्रीय कर्मचारी कार्यालय के बाहर ही धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद किए. इसमें कमलेश चंद्र समिति के सभी सकारात्मक सिफारिशों को लागू करना और न्यू पेंशन स्कीम को वापस लेकर पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने जैसी मांगें मुख्य हैं.भारत बंद को दृष्टिगत रखते हुए प्रशासनिक और पुलिस अमला भी पूरी तरह से मुस्तैद रहा. सुरक्षा व्यवस्था भी काफी बढ़ा दी गई.
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