उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

वाराणसी: औषधि केंद्रों पर जेनेरिक दवाएं न मिलने से नाराज लोगों ने सड़क पर किया प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में सोमवार को विशेश्वरगंज चौराहे पर सामाजिक संस्था सुबह ए बनारस क्लब के लोगों ने प्रदर्शन किया. लोगों की मांग है कि प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत जन औषधि केंद्रों पर घोषित सभी जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराएं.

ETV Bharat
सुबह ए वनारस क्लब के लोगों ने प्रदर्शन किया

By

Published : Dec 16, 2019, 11:09 AM IST

वाराणसी: सामाजिक संस्था सुबह ए बनारस क्लब के बैनर तले लोगों ने सोमवार को विशेश्वरगंज चौराहे पर प्रदर्शन किया. प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत जन औषधि केंद्रों पर घोषित सभी जेनेरिक दवाओं को उपलब्ध कराने की मांग की है.

सुबह ए वनारस क्लब के लोगों ने प्रदर्शन किया

शुगर और ब्लड प्रेशर के ज्यादातर लोग है शिकार
संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल का कहना था कि भारत में शुगर एवं ब्लड प्रेशर ऐसा रोग है, जिसके ज्यादातर लोग शिकार हैं. चाहे वह अमीर हो या गरीब, केंद्र सरकार के अधीन में रहते हुए, दवा की कंपनियां लगातार इसमें वृद्धि करती जा रही हैं. मरीजों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पूरे देश में प्रधानमंत्री जन औषधि योजना के तहत सस्ती जेनेरिक दवा की कई दुकानें खोली गई. जनपद में सरकारी अस्पतालों समेत लगभग 20 जगहों पर जन औषधि केंद्र खोले गए हैं, लेकिन जन औषधि केंद्र पर सभी घोषित दवाइयां उपलब्ध नहीं हो पा रही है.

इसे भी पढ़ें-वाराणसी: महिलाओं ने निर्भया कांड के दोषियों को इस तरह फांसी देकर निकाली भड़ास

मांग थी कि अंग्रेजी दवाओं में जीवन रक्षक सहित ऐसे कई दवाएं जो कि केंद्र सरकार के अधीन में है, जिसमें शुगर, ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारी, की दवाओं सहित 364 दवाएं सम्मिलित है. उसमें हो रहे वृद्धि से आम जनता नाराज है.

इसे भी पढ़ें-वाराणसी: प्रेमी की सगाई होने पर प्रेमिका ने की आत्महत्या

ब्लड प्रेशर और शुगर की दवा का अभाव

प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि मानक के अनुसार यहां 650 दवाइयां होनी चाहिए मगर किसी भी केंद्र पर 150 से ज्यादा दवाइयां नहीं है. ब्लड प्रेशर एवं शुगर की दवा का बराबर अभाव बना हुआ रहता है. उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाएं बाजार मूल्य से कम दर पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जन औषधि योजना का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई 2015 को शुभारंभ किया था.

कागजों तक ही सिमट गया लाभ
योजना की शुरुआत के बाद पूरे देश में हजारों जन औषधि केंद्र खोले गए, लेकिन इसका लाभ केवल कागजों तक ही सिमट कर रह गया. शहर में मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा, दीनदयाल अस्पताल, रामनगर अस्पताल, समेत लगभग 20 जगहों पर जन औषधि केंद्र खुले हैं, लेकिन यहां दवाओं का अभाव है. ज्ञात हो कि गरीब मरीजों को दिन प्रतिदिन महंगी होती जा रही. अंग्रेजी दवाओं के विकल्प के रूप में सस्ती जेनेरिक दवा उपलब्ध कराने की सरकार की मनसा पूर्ण रूप से जेनेरिक दवा ना मिलने के कारण विफल साबित हो रही है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details