वाराणसीःअलग-अलग विवादित मुद्दों पर फिल्म बनने के बाद अब धारावाहिक भी बनने जा रही है. कश्मीर फाइल्स के बाद 'द केरल स्टोरी' तो अब ज्ञानवापी के विशेश्वर और विश्वनाथ की कथा धारावाहिक के रूप में लोग देखेंगे. इसके लिए धारावाहिक निर्माता दिलीप सोनकर ने एक नई शुरुआत की. काशी की कई कथाओं को लेकर वह इस धारावाहिक को बना रहे हैं. इन्होंने डीडी नेशनल में कई सारे ज्वलंत मुद्दों पर धारावाहिक बनाई है, जिसमें मुख्य रूप से रणभेरी, लाल रेखा शामिल था.
धारावाहिक निर्माता दिलीप सोनकर एक बार फिर से अब डीडी नेशनल पर बाबा विश्वनाथ की पौराणिक कथा दिखाने जा रहे हैं, जिसमें ज्ञानवापी में आदि विशेश्वर की स्थापना से लेकर बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह तक कि कथा शामिल होगी. बड़ी बात यह है कि इस धारावाहिक में ज्ञानवापी के तोड़ने से लेकर विश्वनाथ मंदिर निर्माण तक कि कहानी एपिसोड दर एपिसोड दिखाई जाएगी. इसमें सृष्टि के निर्माण की कथा से शुरुआत की जानी है.
परशुराम पर आधारित कथा पर धारावाहिक
धारावाहिक के निर्माता कमला श्री फिल्म्स के दिलीप सोनकर ने बताया कि मैंने रणभेरी बनाई थी. इसमें दिखाया गया था कि जब 1942 में अंग्रेजों ने जब मीडिया पर बैन किया था. उस समय एक रणभेरी नाम की पत्रिका छपती थी. इसी पर आधारित धाराविक था रणभेरी. यह दूरदर्शन पर 2015 में प्रसारित हुआ था और कई भाषाओं में डब करके दूरदर्शन आज भी टेलीकास्ट करता रहता है. उसके बाद असम के क्रांतिकारियों पर लालरेखा बनाई. दामन मिट्टी का बनाई. परशुराम पर आधारित धारावाहिक बनाया.
महाप्रलय के बाद सृष्टि की रचना की कहानी
उन्होंने बताया कि अभी की सबसे बड़ी रचना मेरी काशी विश्वनाथ पर है, जो शिव पुराण, लिंग पुराण और काशी खंड में उल्लिखित काशी के बारे में कथाएं हैं. उसे रुपहले पर्दे पर लाने का प्रयास कर रहा हूं. इस कथा में ये भी है कि महाप्रलय के बाद जब सृष्टि की रचना की बारी आती है तो इसमें काशी को अविमुक्त क्षेत्र कहा गया है. इसका कभी भी नाश नहीं होता है. ब्रह्माण्ड में जब भगवान शंकर त्रिशूल के अग्र भाग पर काशी को धारण कर लेते हैं.