वाराणसी:BHU प्रोफेसर नियुक्ति विवाद पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए कहा है किहमारी भाषाएं और संस्कृति हमारी विशेषता हैं. हमारी मजबूती है. संस्कृत भाषा में ही लिखा गया है, सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः. इस भाषा में विशालता है. हमारे देश के संविधान में विशालता है. विश्वविद्यालय में संस्कृत कोई भी अध्यापक पढ़ा सकते हैं.
धरने पर छात्र
मामला BHU के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय ( एस.वी.डी.वी. डिपार्टमेंट) का है. यहां फिरोज खान नाम के एक गैर हिन्दू प्रोफेसर की नियुक्ति की गई है, जिसको लेकर छात्र नाराजगी जता रहे हैं. छात्र पूरी तरह से इस नियुक्ति के खिलाफ हैं.
विभाग के छात्र पिछले 14 दिनों से कुलपति आवास के सामने धरना दे रहे हैं. छात्रों का आरोप है अल्पसंख्यक समुदाय के शिक्षक की नियुक्ति पूरी तरह से विश्वविद्यालय के नियमों के खिलाफ है और इसे तुरंत रद्द कर देना चाहिए. छात्रों ने चेतावनी भी दी है कि जब तक यह नियुक्ति रदद् नहीं होगी तब तक वह इसी तरह विरोध करते रहेंगे.
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संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में लगे शिलापट्ट का दिया तर्क
छात्र इस विरोध के पीछे BHU में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में लगे शिलापट्ट का तर्क देते हैं. इसमें साफ-साफ लिखा है कि संस्कृत महाविद्यालय का भवन केवल हिन्दुओं तथा हिन्दुओं के अंग प्रत्यय ( सनातनी, आर्य समाज, जैन, सिख आदि) के सांस्कृतिक और धार्मिक उत्सव और कीर्तन इतिहास, शास्त्रों की चर्चा और दूसरे सम्बन्ध रखने वाले व्याख्यान के लिए है. इस नियम के विरुद्ध इस संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में एक प्रोफेसर की नियुक्ति हुई है और वह गैर हिन्दू धर्म से हैं.