वाराणसी : जनपद में इन दिनों प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत लगभग 55 स्क्वायर फीट में तैयार हो रहे इस भवन की फिनिशिंग का काम अब तेजी से किया जा रहा है. कॉरिडोर का लगभग 55% कार्य पूर्ण हो चुका है. इस निर्माणाधीन कॉरिडोर में 24 भवनों के संचालन के लिए सलाहकार नियुक्त करने का निर्देश शासन स्तर से मिला है. इसके अलावा काशी विश्वनाथ धाम के संचालन के लिए निजी हाथों में पूरी व्यवस्था को सौंपने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को काम करने के लिए ग्लोबल टेंडर जारी करने के निर्देश शासन स्तर से दिया गया है. इस टेंडर पर इसी महीने के अंत तक कार्य शुरू हो जाएगा.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की देख-रेख करेगी प्राइवेट कंपनी
वाराणसी मंडल के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि निर्माणाधीन कॉरिडोर के अंदर कुल 24 भवनों का निर्माण होना है. इन भवनों में अलग-अलग व्यवस्था की जानी है. जिसमें यात्री सुविधा केंद्र से लेकर गेस्ट हाउस और कई दुकानों का संचालन होना है. इसलिए इस पूरे प्रोजेक्ट को PPP(पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) के तहत आगे बढ़ाया जाएगा. पीपीपी मॉडल के तहत प्राइवेट कंपनियों को इन भवनों के संचालन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में लखनऊ में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि जिस प्राइवेट कंपनी को इन भवनों के निर्माण का टेंडर जारी किया जाएगा, वह कंपनियां ही इस भवन के मेंटेनेंस का कार्य भी देखेंगी. कॉरिडोर से होने वाली आय से भवन की सुरक्षा, बिजली व अन्य सुवाधिओं का संचालन किया जाएगा. कमिश्नर ने बताया कि टेंडर वाली कंपनी काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के अधीन संचालित होगी. इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी पुलिस के पास होगी और प्राइवेट गार्ड कॉरिडोर की देख-रेख करेंगे.
जुलाई के अंत तक पूरी होगी टेंडर की प्रक्रिया