वाराणसीःशहर केपुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश के निर्देश पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस लगातार NEET UG धांधली में संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी में लगी हुई है. वहीं, सारनाथ थाने में नीट सॉल्वर गैंग के दर्ज मामले में वांछित वीरेंद्र कुमार वर्मा को पुलिस ने 22 दिसम्बर की देर रात गिरफ्तार कर लिया. उसेमुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच, कमिश्नरेट वाराणसी और थानाध्यक्ष सारनाथ की संयुक्त पुलिस टीम ने चंद्रा चौराहे के पास क्रॉसिंग से पकड़ा. उसके पास से नीट परीक्षा कैंडिडेट के शैक्षिक प्रमाण पत्र, एडमिट कार्ड, ओएमआर शीट, आधार कार्ड, थंब इंप्रेशन, कूटरचित फोटोग्राफ तथा अन्य परीक्षाओं से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए हैं.
पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि अभियुक्त वीरेंद्र कुमार ने पुलिस को बताया कि वह 2016 में द्वारका दिल्ली में बीएएमएस की परीक्षा में सॉल्वर के रूप में परीक्षा देते हुए अन्य अभियुक्त गणों के साथ गिरफ्तार हुआ था. वहीं वर्ष 2021 में PET (PrimaryEligibilityTest) परीक्षा के प्रश्न पत्र वायरल करने में एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार कर जौनपुर से जेल भेजा गया. उसने बताया कि वह अपने साथ काम करने वाले डॉक्टर अफरोज के बेल के लिए आया हुआ था तथा यहां से बिहार भागने की फिराक में था. यह भी पढ़ें- बनारस की गलियों में इलेक्ट्रिक गाड़ियों के जरिए उठाया जाएगा कूड़ा
उसने बताया कि इस साल भी मैंने कई लोगों का काम लिया था. PET परीक्षा 2021 में आंसर की आउट करने के कारण 26 अगस्त को स्पेशल टास्क फोर्स (Special Task Force) और जौनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. 8 सितंबर 2021 को वह जेल से छूटकर आया तो नीट परीक्षा में सिर्फ 3 दिन बचे थे इसलिये वर्ष 2021 में सिर्फ एक ही सॉल्वर को परीक्षा में बैठा पाया था. NEET कैंडिडेट अंकुर राय की जगह देवी प्रसाद रॉय को बैठाया था जो आजमगढ़ का रहने वाला है.
नीट यूजी की परीक्षा 12 सितंबर को आयोजित की गई थी. नीट की परीक्षा का सारनाथ क्षेत्र के एक कॉलेज में सेंटर बनाया गया था. परीक्षा में धांधली कर रही एक छात्रा जूली कुमारी और उसकी मां बबिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार की गई छात्रा त्रिपुरा की कैंडिडेट की जगह परीक्षा दे रही थी. वहीं नीट सॉल्वर गैंग मामले में वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने पिता-पुत्री को भी गिरफ्तार कर लिया था. गोपाल विश्वास और उनकी बेटी (बाल अपचारी- 17 वर्ष 8 माह) की काफी लंबे समय से पुलिस को तलाश थी.सॉल्वर गैंग की विवेचना में पहली बार कैंडिडेट की गिरफ्तारी हुई थी.
मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने बताया कि अभियुक्त वीरेंद्र कुमार वर्मा को न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागार भेजने हेतु न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जा रहा है.
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