वाराणसी: माथे पर त्रिकुंड गले में रुद्राक्ष की माला और पूरी तरह से ध्यान साधना में लीन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वह शिवभक्त रूप है जो हर उस बार दिखाई देता है जब वह देश या किसी अन्य जगह शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. केदारनाथ, नेपाल के शिव मंदिर या फिर बाबा विश्वनाथ के धाम में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचते हैं. तब उनका एक अलग रूप ही नजर आता है. पूरी तरह से शिव की भक्ति में लीन रहने वाले पीएम मोदी 13 दिसंबर को जब बनारस पहुंचेंगे तो उनका एक अलग ही शिव भक्तों रूप दिखाई देने वाला है. क्योंकि 2014 में पहली बार जब पीएम मोदी ने बनारस से सांसद बनने के बाद देश की गद्दी संभाली थी, तब उन्होंने मां गंगा के बुलावे पर बनारस आने की बात कहकर विश्वनाथ धाम की रूपरेखा तैयार की थी जो अब पूरी हो चुकी है.
13 दिसंबर को पीएम मोदी का आगमन बनारस में होगा और लगभग ढाई घंटे पीएम मोदी बाबा विश्वनाथ मंदिर परिसर में रहेंगे. जहां आधे घंटे के गर्भ गृह में विशेष अनुष्ठान के बाद वह साधु संतों को संबोधित करेंगे. वहीं, पूरे कॉरिडोर का अवलोकन भी करेंगे. इस दौरान क्या कुछ खास होने वाला है आप भी जानिए...
जानकारी देते मुख्य अर्चक श्रीकांत मिश्र और संवाददाता. ऐसे होगा आगमन
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को भव्य बनाने के लिए एक तरफ जहां मंदिर प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. वहीं, प्रदेश सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने भी अपने स्तर पर तैयारियां की हैं. इन सबके बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जो प्लान तैयार हुआ है. उस प्लान के मुताबिक पीएम मोदी सबसे पहले बनारस आने के बाद सीधे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान पर पहुंचेंगे. यहां पर उनका हेलीकॉप्टर उतरेगा और सड़क मार्ग से वह सीधे काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव के मंदिर पहुंच जाएंगे.
पीएम मोदी का अनुष्ठान कराएंगे यह अर्चक
मंदिर के मुख्य अर्चक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूरे अनुष्ठान को संपन्न कराने की जिम्मेदारी लेने वाले पंडित श्रीकांत मिश्र से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. पंडित श्रीकांत ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी का पूरा कार्यक्रम क्या होगा.
पंडित श्रीकांत ने बताया कि पीएम मोदी बनारस की परंपरा के अनुरूप सबसे पहले काल भैरव मंदिर पहुंचकर बाबा काल भैरव यानी काशी के कोतवाल से काशी में प्रवेश की अनुमति मांगेंगे. प्रवेश की अनुमति के बाद वह दर्शन पूजन करके वहां से निकलेंगे और सीधे उनका काफिला बनारस के खिड़कियां घाट पर पहुंचेगा. खिड़कियां घाट से वह क्रूज के जरिए मणिकर्णिका घाट और ललिता घाट के बीच में बनाए गए उस स्थल पर पहुंचेंगे. जहां से वह विश्वनाथ कॉरिडोर में प्रवेश करेंगे.
विश्वनाथ कॉरिडोर में प्रवेश के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथों में लुटिया लेकर सीधे गंगाजल लुटिया में भरेंगे और उस लुटिया में देश भर की अलग-अलग नदियों के जल को भी मिलाया जाएगा. जिसे लेकर वह सीधे विश्वनाथ धाम में प्रवेश करेंगे. विश्वनाथ धाम के गंगा तट पर बनाए गए भव्य द्वार से पीएम मोदी का यहां प्रवेश होगा और फिर वह एस्केलेटर के जरिए सीधे मंदिर चौक में पहुंचेंगे. मंदिर चौक से होते हुए वह सीधे विश्वनाथ मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे और गर्भ गृह में जाकर विशेष अनुष्ठान की शुरुआत करेंगे.
इस मुहूर्त में होगा अनुष्ठान पूरा
पंडितजी के मुताबिक 13 दिसंबर को रेवती नक्षत्र में भार्गव मूर्त अनुसार श्लेषा नाड़ी में दोपहर के 1:37 से 1:57 तक विश्वनाथ धाम की प्रतिष्ठा महोत्सव का विशेष अनुष्ठान संपन्न किया जाएगा. विशेष अनुष्ठान के क्रम में सबसे पहले गणेश पूजन फिर षोडशोपचार पूजन के साथ रुद्री के पांचवें अध्याय से बाबा विश्वनाथ का दुग्ध अभिषेक संपन्न करेंगे और फिर बाहर आने के बाद पूरे मंदिर परिसर और विश्वनाथ धाम का अवलोकन करने के साथ ही परिसर में ही मौजूद 251 साधु संतों से संवाद करते हुए उन्हें संबोधित कर उनका आशीर्वाद लेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा विश्वनाथ की भोजशाला में भी जाएंगे. जहां पर वह बाबा विश्वनाथ के प्रसाद को भी ग्रहण करेंगे.
गेस्ट हाउस में विश्राम के बाद फिर पहुंचेंगे गंगा घाट
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य अर्चक श्रीकांत मिश्र ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह अनुष्ठान लगभग ढाई घंटे तक से काशी विश्वनाथ मंदिर में जारी रहेगा. विश्वनाथ मंदिर में ढाई घंटे तक अनुष्ठान संपन्न करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वापस गंगा के रास्ते से खिड़कियां घाट जाएंगे और फिर सड़क मार्ग से सीधे संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय पहुंचने के बाद हेलीकॉप्टर से बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप के गेस्ट हाउस पहुंचेंगे. जहां पर कुछ देर विश्राम करने के बाद वह पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे. बीजेपी पदाधिकारियों के मुताबिक यहां पर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहर भ्रमण पर निकलेंगे और खिड़कियां घाट पहुंचकर क्रूज पर सवार होंगे. इस बार क्रूज पर 12 राज्यों के मुख्यमंत्री, पीएम मोदी के स्वागत के लिए मौजूद रहेंगे.
मुख्यमंत्रियों से करेंगे संवाद
यहां पर अलग-अलग बीजेपी शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री मोदी गंगा की सैर करते हुए शाम को देव दीपावली के तर्ज पर सजाया जा रहे घाट की अद्भुत छटा को निहारेंगे. 5 लाख दीयों से गंगा घाट पर जाए जाने हैं और उस दिन देव दीपावली की तर्ज पर गंगा आरती भी भव्य रूप से की जानी है. इस अद्भुत छटा को देखने के बाद पीएम मोदी रात्रि विश्राम के लिए बरेका गेस्ट हाउस पहुंचेंगे और कमरा नंबर 13 में विश्राम करने के बाद सुबह दूसरे दिन शहर के कुछ मानिंद और विशिष्ट जनों से मुलाकात का कार्यक्रम भी संभावित है. इसके बाद पीएम मोदी बनारस लोकोमोटिव वर्कशॉप में ही आयोजित मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे. जिसमें 12 राज्यों के मुख्यमंत्री और 21 उप मुख्यमंत्रियों के साथ कैबिनेट मंत्री और कई राज्य मंत्री भी मौजूद रहेंगे. इस सम्मेलन को संबोधित करने के पश्चात प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर के जरिए स्वर्वेद मंदिर के स्थापना समारोह में हिस्सा लेने के लिए चौबेपुर के उमराह जाएंगे. यहां पर कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद पीएम मोदी का काफिला सीधे बाबतपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना होगा और पीएम मोदी यहां से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर जाएंगे.
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