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पूर्वांचल का विकास और बाबा विश्वनाथ धाम से भी विपक्ष को आपत्तिः PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में लगभग 21 सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया. इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने जहां विपक्ष पर जमकर निशाना साधा, वहीं केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का बखान किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

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Published : Dec 23, 2021, 2:22 PM IST

Updated : Dec 23, 2021, 5:24 PM IST

वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 दिनों के अंदर दूसरी बार काशी पहुंचकर लगभग 21 सौ करोड़ की योजनाओं की सौगात दी. प्रधानमंत्री ने करखियांव में आयोजित कार्यक्रम में 700 करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं के साथ लगभग 500 करोड़ से ज्यादा की बनास डेरी का शिलान्यास किया. इसके अलावा 8 सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया. इससे पहले प्रधानमंत्री ने करखियांव में अमूल दूध प्लांट का निरीक्षण किया.

परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज वाराणसी और आसपास का ये पूरा क्षेत्र फिर से पूरे देश और पूरे उत्तर प्रदेश के गांवों, किसानों, पशुपालकों के लिए बहुत बड़े कार्यक्रम का साक्षी बना है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां गाय की बात करना कुछ लोगों ने गुनाह बना दिया है. गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है, हमारे लिए गाय, माता है, पूजनीय है.

पीएम मोदी के कार्यक्रम में उमड़ी भीड़.

पीएम मोदी ने कहा कि गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के 8 करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है. आज भारत हर साल लगभग साढ़े 8 लाख करोड़ रुपये का दूध उत्पादन करता है. ये राशि जितना भारत में गेहूं और चावल का उत्पादन होता है, उसकी कीमत से भी कहीं ज्यादा है.

भारत के डेयरी सेक्टर को मजबूत करना आज हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है. इसी कड़ी में आज यहां बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है. हमारे यहां कहा जाता था कि किसके दरवाजे पर कितने खूंटे हैं, इसे लेकर स्पर्धा रहती थी. लेकिन बहुत लंबे समय तक इस सेक्टर को जो समर्थन मिलना चाहिए था, वो पहले की सरकारों में नहीं मिला. हमारी सरकार देशभर में इस स्थिति को बदल रही है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि 6-7 वर्ष पहले की तुलना में देश में दूध उत्पादन लगभग 45% बढ़ा है. आज भारत दुनिया का लगभग 22% दूध उत्पादन करता है. उन्होंने कहा कि यूपी आज देश का सबसे अधिक दूध उत्पादक राज्य तो है ही, डेयरी सेक्टर के विस्तार में भी बहुत आगे है.

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि डबल इंजन की हमारी सरकार पूरी ईमानदारी और शक्ति से किसानों और पशुपालकों का साथ दे रही है. आज यहां जो बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है, वो भी सरकार और सहकार की इसी भागीदारी का प्रमाण है. आज देश की बहुत बड़ी जरूरत, डेयरी सेक्टर से जुड़े पशुओं से जो अपशिष्ट निकलता है, उसके सही इस्तेमाल का भी है.

पीएम मोदी ने कहा कि रामनगर के दूध प्लांट के पास बायोगैस से बिजली बनाने वाले प्लांट का निर्माण ऐसा ही एक बहुत बड़ा प्रयास है. उन्होंने कहा कि एक समय था जब भारत में प्राकृतिक खेती होती थी. जो खेत से मिल रहा है, खेती में जुड़े पशुओं से मिल रहा है, वही तत्व खेती को बढ़ाने के काम आते थे. लेकिन समय के साथ प्राकृतिक खेती का दायरा सिमटता गया. धरती मां के कायाकल्प के लिए, हमारी मिट्टी की सुरक्षा के लिए आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए हमें एक बार फिर प्राकृतिक खेती की तरफ मुड़ना ही होगा.

प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती मां के कायाकल्प के लिए, हमारी मिट्टी की सुरक्षा के लिए आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए हमें एक बार फिर प्राकृतिक खेती की तरफ मुड़ना ही होगा. सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए, किसानों को जागरूक करने के लिए बहुत बड़ा अभियान भी चला रही है.

पीएम ने कहा कि गांवो को, किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, उन्हें अवैध कब्जे से चिंता मुक्त करने में स्वामित्व योजना की बहुत बड़ी भूमिका है. यूपी के 75 जिलों में 23 लाख से अधिक घरौनी तैयार हो चुकी हैं. इसमें से करीब 21 लाख परिवारों को आज ये दस्तावेज दिए गए हैं.पुरातन पहचान को बनाए रखते हुए हमारे शहर नूतन काया कैसे धारण कर सकते हैं, ये काशी में दिख रहा है. आज जिन परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकापर्ण हुआ है, वो 'भव्य काशी-दिव्य काशी' अभियान को और गति देंगे.पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 'मैं जब काशी के, यूपी के विकास में, डबल इंजन की डबल शक्ति की बात करता हूं तो कुछ लोगों को कष्ट ज्यादा ही हो जाता है. ये वो लोग हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश को सिर्फ जाति, मजहब, पंथ, के चश्मे से ही देखा.

सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भाषा भी उनके सिलेबस, उनकी डिक्शनरी से बाहर है. उनके सिलेबस में, उनकी डिक्शनरी में, उनकी सोच में माफियावाद, परिवारवाद है. उनके सिलेबस में है- घरों-जमीनों पर अवैध कब्जा. पीएम मोदी ने कहा कि 'हम यूपी में विरासत को भी बढ़ा रहे हैं, यूपी का विकास भी कर रहे हैं. लेकिन सिर्फ अपना स्वार्थ सोचने वालों को यूपी का विकास पसंद नहीं आ रहा है. हालात तो ये हैं कि इन लोगों को पूर्वांचल के विकास से, बाबा विश्वनाथ धाम से भी आपत्ति होने लगी है. पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश को दशकों पीछे धकेलने वाले इन लोगों की नाराजगी अभी और बढ़ेगी. जिस तरह पूरे यूपी के लोग हमें आशीर्वाद दे रहे हैं और जैसे-जैसे आशीर्वाद बढ़ता जाता है. उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचेगा.

परियोजनाओं के शिलान्यास और उद्घाटन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता संबोधित करते हुए कहा कि अभी 13 तारीख को पीएम ने काशी को एक अद्भुत चमत्कार दिया है, जिसकी हजारों वर्षों से काशी को जरूरत थी. पहले विजन न होने के कारण यह काम नहीं हो सका, लेकिन आज काशी को यह मिला. आज लोगों की जो भीड़ यहां उमड़ रही है, वो सबूत है कि काशी की आध्यत्मिक विरासत को एक पहचान दिलाई है. सीएम योगी ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम के समय काशी विश्वनाथ का अभिषेक करने के बाद श्रमिकों का सम्मान किया और आज बनारस में बनास डेयरी का शिलान्यास होने जा रहा है. काशी को 2100 करोड़ की योजनाओं का लाभ मिलेगा, पीएम स्वामित योजना में यूपी के 20 लाख परिवारों को लाभ मिलने जा रहा है. किसान व पशुपालकों की ओर से प्रदेश के एक करोड़ लोगों को अपनी पुस्तैनी जमीन का स्वामित्व मिलने जा रहा है.

इन योजनाओं का शिलान्यास

  1. 475 करोड़ की लागत से बनारस काशी संकुल परियोजना करखियांव.
  2. 412.53 करोड़ की लागत से मोहनसराय दीनदयाल चकिया मार्ग लगभग 11 किलोमीटर मध्य सर्विस लेन के साथ सिक्स लेन के कार्य.
  3. 19 करोड़ की लागत से दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड नियर रामनगर बायोगैस पावर उत्पादन केंद्र.
  4. 269.10 करोड़ की लागत से वाराणसी-भदोही गोपीगंज मार्ग फोरलेन लगभग 8:6 किलोमीटर मार्ग का चौड़ीकरण और सुंदरीकरण.
  5. आयुष मिशन के तहत राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज को लगभग 50 करोड़ की परियोजना.

इन योजनाओं का लोकार्पण

  1. 6.41 करोड़ की लागत से बने 50 बेड युक्त एकीकृत आयुष चिकित्सालय विकासखंड आराजी लाइन का लोकार्पण.
  2. काल भैरव वार्ड का पुनर्विकास कार्य 16.24 करोड़ की लागत से.
  3. राजमन्दिर वार्ड का पुनर्विकास 13.35 करोड़.
  4. दशाश्वमेध वार्ड पुनर्विकास 16.22 करोड़.
  5. जंगमबाड़ी वार्ड पुनर्विकास 12.65 करोड़.
  6. गढ़वासी टोला वार्ड पुनर्विकास 7.90 करोड़.
  7. नदेसर तालाब का विकास एवं सुंदरीकरण लगभग 3 करोड़ की लागत से.
  8. सोनभद्र तालाब का विकास और सुंदरीकरण 1.38 करोड़.
  9. शहर में 720 स्थानों पर सर्विलांस कैमरा 128 करोड़.
  10. बेनियाबाग भूमिगत पार्किंग एवं पार्क का विकास लगभग 91 करोड़.
  11. सड़क, चौराहों का सुंदरीकरण और सुधार, गोदौलिया, गोदौलिया से सोनारपुरा, सोनारपुरा से अस्सी, सोनारपुरा से भेलूपुर और गोदौलिया से गिरजाघर 25 करोड़.
  12. एसडीपी रमना 50 एमएलडी क्षमता 168.130 करोड़ की लागत से.
  13. बीएचयू में डॉक्टर, हॉस्पिटल नर्स, हॉस्पिटल एवं धर्मशाला का निर्माण 130 करोड़.
  14. बीएचयू में अंतर विद्यालय शिक्षक शिक्षा केंद्र का निर्माण 107 करोड़.
  15. बीएचयू में 80 आवासीय फ्लैट 60.63 करोड़.
  16. राजकीय आईटीआई करौंदी आवासों का निर्माण 2.75 करोड़.
  17. गुरु रविदास की जन्मस्थली पर्यटन विकास की दृष्टि से हॉल एवं शौचालय का निर्माण 5.35 करोड़.
  18. अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान में स्पीड ब्रीडिंग फैसिलिटी का निर्माण 3.55 करोड़.
  19. केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षण संस्थान में शिक्षक प्रशिक्षण भवन 7.10 करोड़.
  20. तहसील पिंडरा में दो मंजिला अधिवक्ता भवन 1.64 करोड़.
  21. क्षेत्रीय निर्देश मानक प्रयोगशाला पिंडरा 9 करोड़

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Last Updated : Dec 23, 2021, 5:24 PM IST

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