वाराणसी:जनवरी के अंतिम सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी दौरा प्रस्तावित है, इसे लेकर तैयारियां लगातार जारी हैं. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी 25 जनवरी से लेकर 2 फरवरी के बीच शुरू किए जा रहे गंगा अभियान के क्रम में वाराणसी पहुंच सकते हैं. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नए साल का तोहफा अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को हजारों करोड़ की योजनाओं के रूप में भी दे सकते हैं, जिसे लेकर लगातार शासन स्तर पर चल रहे विकास कार्यों को समय से पूरा करने के लिए मंत्री बनारस में डेरा डाले हुए हैं, ताकि निर्धारित डेड लाइन में सभी विकास कार्यों को पूरा कराया जा सके.
सीएम ने लिया था विकास कार्यों का जायजा
बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर रात तक निरीक्षण कर विकास कार्यों को सही समय पर पूरा करने के निर्देश दिए थे. वहीं सोमवार देर रात तक प्रदेश के नगर विकास मंत्री और वाराणसी के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन ने अधिकारियों के साथ बैठक कर सभी चीजों को सही और निर्धारित वक्त पर पूरा करने के आदेश दिए.
पीएम मोदी का वाराणसी दौरा जनवरी में प्रस्तावित. लंबित कार्यों को तय समय में पूरा करें जिम्मेदार: नगर विकास मंत्री
स्वच्छता सर्वेक्षण में बनारस का स्थान सुधरे इसे लेकर विशेष बल दिया गया है. मंत्री आशुतोष टंडन ने सर्किट हाउस में शहर की पेयजल और सीवर व्यवस्था पर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर जल निगम, जलकल एवं गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अभियंताओं को कड़े निर्देश दिए. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जनपद में पेयजल एवं सीवर व्यवस्था के सुधार के लिए निर्माणाधीन एवं लंबित परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ यथाशीघ्र पूर्ण कराएं.
इन परियोजनाओं की हो रही टेस्टिंग
आशुतोष टंडन ने ट्रांस वरुणा क्षेत्र में कराए जा रहे सीवरेज कार्य को 31 जनवरी और शाही नाला के सफाई कार्य को 15 मई तक पूर्ण कराए जाने का निर्देश दिया. ट्रांस वरुणा क्षेत्र में जेएनएनयूआरएम कार्यक्रम के अंतर्गत 268.36 करोड़ की लागत से वाराणसी सम्पूर्ति योजना प्रायरिटी-ll के तहत कराए गए 200 एमएलडी क्षमता के इंटेक वेल, 100 एमएलडी क्षमता का डब्ल्यूटीपी, 26 शिरोपरी जलाशय, 30 भूमिगत जलाशय तथा 228 किलोमीटर वितरण प्रणाली, 10 नग नए ट्यूबेल और 4 नग रिबोर ट्यूबेल का निर्माण कार्य किया गया है. इसके अतिरिक्त सारनाथ में डब्ल्यूटीपी, चौबेपुर में इंटेक वेल का निर्माण कराया गया है. वर्तमान में इनकी टेस्टिंग की जा रही है.
मार्च 2020 तक ट्रांस वरुणा क्षेत्र के समस्त ट्यूबवेलों को बंद करते हुए संपूर्ण पेयजल आपूर्ति डब्ल्यूटीपी के माध्यम से प्रारंभ कर दी जाएगी. मंत्री आशुतोष टंडन ने स्वच्छता सर्वेक्षण में इस बार बनारस की रैंकिंग और सुधारने की दिशा में पहल करते हुए बनारस को ज्यादा से ज्यादा साफ रखने के निर्देश दिए हैं.