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Kashi Vishwanath Corridor inauguration: काशी के कोतवाल को नमन कर गंगाजल से बाबा का जलाभिषेक करेंगे पीएम मोदी, जानिए पूरा शेड्यूल... - वाराणसी में पीएम मोदी के दौरे का शेड्यूल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसंबर को वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर का उद्घाटन करेंगे. वह 13 और 14 दिसंबर को वाराणसी में ही रहेंगे. चलिए जानते हैं पीएम मोदी का दो दिवसीय शेड्यूल...

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Published : Dec 11, 2021, 6:32 PM IST

Updated : Dec 13, 2021, 8:47 AM IST

वाराणसीःप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 13 दिसंबर को श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर का उद्घाटन करेंगे. सबसे पहले वह काशी के कोतवाल काल भैरव को नमन करेंगे इसके बाद गंगाजल लेकर कॉरीडोर से होते हुए बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करने पहुंचेंगे. वह 13 और 14 दिसंबर को वाराणसी में ही रहेंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को सुबह 11 बजे के बाद वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचेंगे. वहां से सेना के हेलीकाप्टर से सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में बने हेलीपैड पर पहुंचेंगे और वहां से बाईरोड खिड़किया घाट पहुंचेंगे, जहां से क्रूज द्वारा गंगा के रास्ते वह रवाना होंगे. पीएम मोदी सबसे पहले काशी के कोतवाल कालभैरव के दर्शन करेंगे. इसके बाद वह मां गंगा का दर्शन कर गंगाजल लेकर ललिता घाट पर बने गेटवे ऑफ कॉरिडोर के रास्‍ते मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे. ललिता घाट पर 151 सदस्यों वाला दल डमरू की नाद से उनका स्वागत करेगा.

श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर.

इसके बाद पीएम मोदी गर्भगृह पहुंचेंगे. यहां वह गंगाजल के साथ ही पांच नदियों के जल से बाबा काशी विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे. इस दौरान षोडशोचार पूजन भी होगा. यहां काशी के विद्वान वैदिक मंत्रों से बाबा का पूजन संपन्न कराएंगे. इस दौरान शंख वादन भी होगा. बाबा विश्‍वनाथ दरबार से गंगाधार तक एकाकार काशी विश्‍वनाथ धाम में प्रधानमंत्री आदि शंकराचार्य की प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे. पीएम 13 व 14 दिसंबर को बरेका के गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे.

18 राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम भी आएंगे

इस दौरान विश्व की कई नामचीन हस्तियों के साथ 18 राज्यों के मुख्यमंत्री भी बाबा विश्वनाथ के दरबार में मत्था टेकेंगे. बाबा के दरबार में शीश झुकाने के बाद यह सभी मुख्यमंत्री अयोध्या में श्रीराम लला का दर्शन करने भी जाएंगे. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, असम, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, गुजरात, हरियाणा, गोवा, सिक्किम, मेघालय, मिजोरम, कर्नाटक, पुडुचेरी की सरकारों की ओर से कार्यक्रम में शामिल होने की सूचना भेज दी गई है. काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के अगले दिन 14 दिसंबर को मंदिर चौक पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों का सम्मेलन होगा. इस सम्मेलन में पीएम मोदी भी भाग लेंगे.

17 दिसंबर को होगा महापौर का सम्मेलन

काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद 17 दिसंबर को प्रस्तावित महापौर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअली शामिल होंगे. मास पर्यंत चलने वाले भव्य काशी-दिव्य काशी अभियान के तहत इस सम्मेलन में देशभर के प्रमुख शहरों के महापौर धाम के मंदिर चौक पर एकजुट होंगे.

पीएम मोदी का पिछला वाराणसी का दौरा. (फाइल फोटो)

काशी विश्वनाथ धाम में ही होगी कैबिनेट की बैठक

धाम का 13 दिसंबर को लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री 14 दिसंबर को मंदिर चौक पर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद करेंगे. पीएम मोदी 17 दिसंबर को देश के प्रमुख शहरों के महापौर के साथ वर्चुअल संवाद करेंगे. इससे पहले धाम में 16 दिसंबर को प्रदेश सरकार की कैबिनेट की बैठक भी होगी.

मंत्री अनिल राजभर ने यह जानकारी दी.

ये भी पढ़ेंः दिव्य काशी को विश्वनाथ कॉरीडोर ने ऐसे बनाया भव्य...241 साल में तीसरी बार पुनरुद्दार

23 दिसंबर को भी वाराणसी आएंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 से 23 दिसंबर तक तीन बार काशी विश्वनाथ धाम से रूबरू होंगे. दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आ रहे पीएम मोदी 13 दिसंबर को महादेव का भव्य दरबार भक्तों को समर्पित करने के बाद 23 दिसंबर को किसानों से संवाद के लिए दोबारा काशी आएंगे.

पीएम मोदी का पिछला वाराणसी का दौरा. (फाइल फोटो)

देश भर से जुटेंगे 251 संत

काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण महोत्सव में शंकराचार्य समेत देश भर के 251 संत शामिल होंगे. शनिवार से संतों के आगमन शुरू हो गया है. आयोजन में शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, शंकराचार्य स्वामी विजयेंद्र सरस्वती, महंत नृत्यगोपाल दास, अवधेशानंद महाराज, रामभद्राचार्य महाराज, महंत कमलनयन दास, रामकमल दास वेदांती महाराज, साध्वी ऋतंभरा, साध्वी प्रज्ञा समेत 181 संत देश भर से आ रहे हैं. इसके अलावा अयोध्या से 23 और काशी से संन्यासी और वैरागी समाज के 47 संतों को आमंत्रित किया गया हैं.

श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर.

बड़े पैमाने पर टूरिस्ट काशी का रुख करेंगे

मंत्री स्वतंत्र प्रभार पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन अनिल राजभर ने कहा कि काशी सबसे पुरानी धार्मिक नगरी है. यह बाबा विश्वनाथ की नगरी है. यहां फिर से पुनर्जागरण प्रधानमंत्री जी कर रहे हैं. अभी हम लोग देख रहे थे कि 50 करोड़ से ज़्यादा लोग पूरे देश में जो सोशल मीडिया से जुड़े हुए हैं. ऐसे लोगों का एक आंकड़ा आया हैं जो जिज्ञासा रखते हैं कि प्रधानमंत्री जी इस बार जहां जा रहे हैं तो क्या कार्यक्रम होने वाला है, बाबा विश्वनाथ का कॉरिडोर कैसा बना हुआ हैं, क्या नया हुआ हैं, पूरे देश मे एक तरीके से माहौल बन रहा हैं. बाबा विश्वनाथ के प्रति श्रद्धा और आस्था रखने वाले पूरी दुनिया में लोग हैं. उन्होंने कहा कि 13 व 14 दिसम्बर के बाद आप देखेंगे कि बड़े पैमाने पर टूरिस्ट काशी की ओर रुख करेंगे.

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Last Updated : Dec 13, 2021, 8:47 AM IST

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