वाराणसी: कोरोना वायरस की तीसरी जंग से लड़ने के लिए शासन प्रशासन के द्वारा तमाम तरीके के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में तीसरी लहर से पहले वाराणसी के सभी सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है. शहर और गांव के कुल 22 अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहे हैं. इसमें सीएससी और पीएचसी शामिल हैं. इनमें से करीब 10 से अधिक अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा चुके हैं, जबकि अन्य अस्पतालों में प्लांट इंस्टॉलेशन का काम जारी है.
इसी क्रम में वाराणसी के शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में भी दो ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं, जो प्रति मिनट 2000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करेंगे. इससे लगभग 400 बेड के मरीजों को राहत मिलेगी. विभागीय सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री मोदी अपने वाराणसी दौरे के दौरान इस प्लांट का उद्घाटन कर मंडलीय अस्पताल को एक बड़ी सौगात देंगे.
2 ऑक्सीजन प्लांट को किया जा रहा है स्थापित
इस संबंध में मंडलीय अस्पताल के एसआईसी प्रसन्न कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी की तीसरी लहर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अपनी ओर से तैयारी कर रहा है. इसी के तहत सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं. उन्होंने बताया मंडलीय अस्पताल में 1965 और 1005 एलपीएम क्षमता वाला ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. इनमें से एक प्लांट को महाराष्ट्र के औरंगाबाद से मंगाया गया है. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की प्रक्रिया चल रही है. इनमें से एक प्लांट पूरी तरीके से स्थापित हो चुका है, इसकी टेस्टिंग की जा रही है. आगामी दिनों में दूसरे ऑक्सीजन प्लांट की भी टेस्टिंग शुरू की जाएगी और जल्द ही इन दोनों प्लांट को शासन-प्रशासन से मंजूरी मिलने के बाद चालू कर दिया जाएगा.