वाराणसी: मोक्ष की नगरी काशी में दशाश्वमेध घाट पर शुक्रवार को पांच हजार अजन्मी बेटियों के मुक्ति की कामना से पिंडदान किया गया. वैदिक रीति-रिवाज के साथ पांच विद्वानों ने यह अनुष्ठान संपन्न कराया. आगमन संस्था की ओर से अब तक कुल 31500 बेटियों का पिंडदान किया जा चुका है. संस्था की ओर से यह कार्य पिछले 6 वर्षों से किया जा रहा है.
बेटों की चाह में अपनों के ही द्वारा गर्भ में मारी गयी अजन्मी बेटियों को धर्म की नगरी काशी में मोक्ष का अधिकार आखिरकार शुक्रवार को मिल गया. संस्था ने आखिरी प्रणाम कार्यक्रम का आयोजन कर बेटियों को मोक्ष का अधिकार दिलाया. संस्थान के सदस्यों के साथ ही घाट पर मौजूद लोगों ने भी इन बेटियों को पुष्पांजलि अर्पित की.