वाराणसी :काशी हिंदू विश्वविद्यालय सहित देश के चार केंद्रीय विश्वविद्यालयों के लिए पीएचडी एंट्रेंस एग्जाम होना है. इसके लिए परीक्षा फॉर्म भरने की तारीख जारी हो गई है. इस बार काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की परीक्षा NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) द्वारा कराई जानी है. यूजीसी द्वारा इसका फैसला लिया गया है. वहीं यह परीक्षा अंग्रेजी माध्यम में कराई जानी है. इसको लेकर बीएचयू के छात्रों ने विरोध जताया है. सिंह द्वार से रविदास गेट तक छात्रों की ओर से विरोध मार्च निकाला गया.
बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए पीएचडी एंट्रेंस प्रोग्राम जारी कर दिया है. वहीं काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में पहली बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से पीएचडी में एडमिशन होंगे. इससे पहले NET या RET के तहत PHD में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी की जाती थी. वहीं इस बार केंद्रीय नियमों में बदलाव कर दिया गया है. इसके बाद पीएचडी में एडमिशन प्रक्रिया नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम कराई जा रही है. वहीं इस परीक्षा का माध्यम अंग्रेजी होगा.
रविदास गेट तक निकाला गया मार्च :गुरुवार को विरोध करते हुए काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों ने बीएचयू सिंह द्वार से रविदास गेट तक प्रतिकार मार्च निकाला. इसके साथ ही यूजीसी के चेयरमैन और चारों केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही यूजीसी चेयरमैन का प्रतीकात्मक पुतला फूंका. छात्रों का कहना है कि यूजीसी द्वारा राष्ट्रीय एजेंसी द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित शोध प्रवेश परीक्षा में देश के प्रतिष्ठित केन्द्रीय विद्यालय शामिल हैं. परीक्षा के प्रश्न पत्र का माध्यम अंग्रेजी प्रस्तावित कर हिंदी भाषी विद्यार्थियों की अनदेखा की गई है.