लखनऊ: राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई के डॉक्टरों ने कोविड-19 वायरस के प्रोटीन की खोज की है, जो मानव शरीर के अलग-अलग अंगों को प्रभावित करती है. यह खोज बायोटेक्नोलॉजी विभाग के डॉ. संतोष कुमार वर्मा और उनकी टीम ने किया है.
कोविड-19 वायरस पर पीजीआई डॉक्टरों की नई खोज ईटीवी भारत से में डॉ. संतोष कुमार वर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के एक ऐसे प्रोटीन और मानव शरीर में स्थित एक ऐसे रिसेप्टर की खोज की गई है, जिससे कोरोना वायरस ना केवल शरीर के फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है बल्कि अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना के वायरस पहले से ही हमें नुकसान पहुंचा रहे हैं लेकिन कोविड-19 वायरस नया है और बहुत ही चालाक भी. डॉ. वर्मा ने बताया कि यह खोज कोविड-19 वायरस की वैक्सीन व ड्रग बनाने में काफी फायदेमंद हो सकती है. खोज में हमें यह पता चला है कि वायरस की कौन सी प्रोटीन हमें कहां नुकसान पहुंचा रही. उन्होंने बताया कि यह एक वर्ल्ड वाइड प्रोग्राम है, जिसमें हमने प्रोटीन की खोज की है. हमारे साथ अमेरिका व भारत के अन्य बड़े संस्थानों के डॉक्टर व रिसर्च वैज्ञानिक भी थे, जिनकी मदद से यह सफलता मिली है.जहां एक तरफ पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोरोनावायरस की चपेट में है. वहीं दूसरी तरफ हमारे वैज्ञानिक व डॉक्ट दिन-रात इस कोशिशों में जुटे हुए हैं कि कैसे वैक्सीन या दवा बने, जिससे कि इस महामारी से छुटकारा पाया जा सके. इसी क्रम में राजधानी लखनऊ के पीजीआई के डॉक्टर की उनकी टीम ने एक ऐसे प्रोटीन व रिसेप्टर की खोज की है, जिससे कोविड-19 वायरस की वैक्सीन व ड्रग बनाने में काफी फायदेमंद हो सकता है.