वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भले ही अपने संसदीय क्षेत्र का विकास जापान के क्यूटो की तर्ज पर करना चाहते हैं, लेकिन नगर निगम और जल संस्थानों के लापरवाह अधिकारी पीएम के सपने पर पानी फेरते नजर आ रहे हैं. दरअसल, वाराणसी के बड़ी गैबी क्षेत्र में सीवर का गंदा पानी गलियों में भरा हुआ है. स्थानीय लोग सीवर के गंदे पानी से हर दिन गुजरते हैं, लेकिन लोगों की इस समस्या को कोई सुनने वाला नहीं है.
स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग एक महीने से नाली का गंदा पानी गलियों में भरा हुआ है. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. सबसे अधिक परेशानी स्कूल जाने वाले बच्चों और महिलाओं को हो रही है. स्थानीय लोग जल भराव की इस समस्या के संबंध में स्थानीय पार्षद से लेकर नगर निगम और जलकल विभाग तक के अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दे चुके हैं. लेकिन कोई भी अधिकारी समस्या को देखने नहीं आया.
वाराणसी की गलियों में भरा सीवर का गंदा पानी स्थानीय निवासी दिलीप कुमार ने बताया कि जल भराव वाली गलियों से होकर लगभग 150 से 200 लोग प्रतिदिन निकलते हैं. बच्चे, बूढ़े, जवान सभी नाली के गंदे पानी से होकर गुजरते हैं. दिलीप कुमार ने बताया कि स्थानीय लोग लगभग 10 बार अपनी समस्या को लेकर प्रार्थना पत्र दे चुके हैं. इस बारे में स्थानीय पार्षद से भी शिकायत की गई है, लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली. गंदे पानी से गुजरते समय अक्सर छोटे बच्चे गिर जाते हैं. एक अन्य स्थानीय निवासी सतीश का कहना है कि अभी मानसूनी बारिस नहीं हुई है, तो गलियों का हाल खराब है. बारिस का मौसम आने वाला है, उस समय स्थिति और भी खराब हो जाएगी.
इस मामले में नगर निगम के नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एनपी सिंह का कहना है कि बारिश के पानी की निकासी के लिए सभी तैयारियां पूरी कल ली गईं हैं. बनारस गलियों का पुराना शहर है, शहर में 178 नालों की सफाई कराई जा चुकी है. बड़े नालों की सफाई भी पूरी हो चुकी है. नालों से जुड़ी सभी सीवर लाइनों को साफ कराया जा रहा है, उम्मीद है कि इस बार जल जमाव की समस्या से निजात मिलेगी.
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