वाराणसी:पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भले ही विकास कार्य तेजी से हो रहे हों, लेकिन आज भी लोग अपनी प्राथमिक समस्या से जूझ रहे हैं. जिले के सुसवाही क्षेत्र लोग जल निकासी की समस्या को लेकर बहुत ही परेशान हैं. लोगों के तमाम प्रयासों के बाद यहां सड़क और नाली तो बना दी गई, लेकिन नाली की सफाई नहीं होती है. यही वजह है कि नाली पूरी तरह कूड़े से भरी रहती है. कई बार संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखने के बाद भी लोगों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है. ऐसे में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. नाली में कूड़ा भरने की वजह से इलाके में पानी सड़ता रहता है. जिससे काफी बदबू उत्पन्न होती है.
बगल में है बीएचयू कैंपस सुसवाही क्षेत्र के बगल में ही एशिया का सबसे बड़ा प्रवासियों का विश्वविद्यालय काशी हिंदू विश्वविद्यालय है. ऐसे में छात्रों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
अधिकारियों को कई बार दिया गया पत्र
दीपक सिंह राजवीर ने बताया यह क्षेत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आता है. हम लोगों के क्षेत्र में सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है. यहां पर जल निकासी की विकट समस्या है. समस्या से क्षेत्रवासी राहगीर और दुकानदार दोनों जूझ रहे हैं. यहीं पर हैदराबाद गेट है. हमारे क्षेत्र की नाली पूरी तरह कूड़े से पटी हुई है. पीएम के संसदीय क्षेत्र का यह हाल है. नाली बना तो दी गई है, लेकिन आज तक उसकी सफाई नहीं हुई. सरकार और प्रशासन के द्वारा कोई समुचित व्यवस्था भी नहीं की गई. कई बार हमने अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है. बनारस में जल निकासी की समस्या. 'स्थानीय लोग मिलकर कराते हैं नाली की सफाई'
यहां के निवासी सूरज मिश्रा ने बताया यहां नाली पूरी तरीके से जाम है. हम लोगों ने कई बार इसे साफ कराया. अभी तो ठंडी का मौसम है तो पानी का प्रयोग कम है. गर्मी के दिनों में पानी सड़क पर आ जाता है और बदबू करता है. 'नाली के ऊपरी हिस्से को ढका जाए'
आशीष कुमार सिंह ने बताया नाली को लेकर बड़ी समस्या है, सड़क बनी तो साथ में नाली बना दी गई थी, लेकिन नाली पूरी तरह कूड़े से भर गई है. कई जगह लोगों ने उसे तोड़ दिया है. नाली को अगर ऊपर से बंद कर दिया जाए तो उसमें कूड़ा कम जाएगा.