वाराणसी: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan samaj party) के कार्यकाल में शुरू हुआ कांशी राम आवास योजना का प्रोजेक्ट सरकारों के बदलने के साथ ही बदहाली के आलम में जाता रहा और यहां रहने वाले लोगों के सामने कब्जेदारों से बढ़ते हुए अपनी जीविका चलाने का बड़ा संकट पैदा होने लगा, प्रशासनिक अनदेखी की वजह से कांशी राम आवास योजना परिसर में बाहरी कब्जेदारों का आतंक बढ़ने लगा, जिसकी वजह से यहां रहने वाले लोगों के सामने बड़ा संकट दिखने लगा. अब प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कांशीराम आवास योजना में रहने वाले गरीब असहाय और मजबूर लोगों को एक बार फिर से सशक्त बनाने की शुरुआत हो रही है. इसके लिए वाराणसी में डूडा के सहयोग से कांशी राम आवास में रहने वाले लोगों को जल्द ही उनकी ही घर के आस-पास स्पेशल बाजार तैयार करके दिए जाने की प्लानिंग की गई है, जिससे इनके सर पर छत के साथ इनके रोजी रोजगार की व्यवस्था की जा सके.
दरअसल जिला नगरीय विकास अभिकरण (District Urban Development Agency) (डूडा) की ओर से यहां के निवासियों को कियोस्क की सौगात देने की भी तैयारी है. इसके अलावा कांशीराम आवास योजना में अवैध रूप से कब्जा जमाए लोगों को हटाकर वास्तविक लाभार्थियों को अक्टूबर तक आवास देने की कवायद भी तेज हो गयी है. डूडा की परियोजना प्रबंधक निधि वाजपेई ने बताया कि इस योजना में बने तीन हजार आवास का आवंटन 2011 में किया गया था. अब जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) यहां के निवासियों की सुविधा के लिए वेंडिंग जोन बनाएगा और उनकी आजीविका के लिए 100 कियोस्क (आधुनिक सुविधा युक्त गुमटी नुमा दुकान) भी दी जाएगी. जिसको नगर निगम सीएसआर फंड से उपलब्ध कराया जाएगा. इसके पहले लोग अपने आवास में ही दुकान खोले हुए थे. इसके अलावा 17 स्थाई दुकानों में से बचे हुए 8 दुकानों को जल्द आवंटित कर दिया जाएगा.
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