वाराणसी : देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में सात वार नौ त्योहार होते हैं और और हर त्योहार को काशी बड़े ही मस्त मौला ढंग से मनाती है. रंगभरी एकादशी के दिन बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती के गौने के रूप में जाना जाता है. रविवार को काशी में बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती का यह खास पर्व बड़े ही उल्लास के साथ मनाया गया.
रंगभरी एकादशी के मौके पर मान्यता है कि बाबा विश्वनाथ और मां पार्वती की चल रजत प्रतिमा गोद में गणेश को लेकर भक्तों को दर्शन देने के लिए रजत पालकी में निकलती है और काशी के लोग दोनों पर पहला गुलाल अर्पित कर होली की शुरुआत करते हैं. इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए काशी में आज इस महोत्सव को मनाया गया.