वाराणसी: जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में मरीज को गलत ग्रुप का प्लाज्मा चढ़ाने का मामला सामने आया है. इसके चलते मरीज की मौत हो गई. वहीं मरीज के परिजनों का आरोप है कि उनके मरीज की मृत्यु कल सुबह ही हो गई थी. बीएचयू प्रशासन और अस्पताल के कर्मचारियों ने देर रात तक उनको इस संबंध में सूचना नहीं दी. जब मरीज के रिश्तेदारों की संख्या कम हो गई तो अस्पताल प्रशासन जबरदस्ती उन्हें डेड बॉडी हैंडओवर करने लगा. जिसे लेकर परिजनों ने आईसीयू वार्ड पर हंगामा किया और डेड बॉडी लेने से मना किया.
पुलिस से की लिखित शिकायत
गलत प्लाज्मा चढ़ने के कारण रूपेश सिंह 65 वर्षीय की मौत हो गई. इसे लेकर परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने की मांग को लेकर लंका थाना में लिखित शिकायत की. परिजनों की मांग थी कि उसके मरीज के शव का पोस्टमार्टम कराया जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए.
यह है मामला
जानकारी के अनुसार, रूपेश सिंह उम्र 65 वर्ष जिले के पिंडरा क्षेत्र के रहने वाला है. लगभग 10 दिन उसे पूर्व बीएचयू अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जहां लापरवाही से गलत प्लाज्मा चढ़ाने से उसकी हालत बिगड़ गई और देर रात मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने आईसीयू में भर्ती मरीज को गलत प्लाज्मा चढ़ा दिया, जिसके बाद मरीज की हालत बिगड़ गई. परिजनों ने अस्पताल में हो रही लापरवाही की शिकायत सर सुंदरलाल चिकित्सालय के अधीक्षक से भी की.
परिजनों का आरोप है कि उनके मरीज को ए पॉजिटिव ग्रुप का प्लाज्मा चढ़ाया गया था जबकि उसका ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव है. जब परिजनों ने इस बारे में डॉक्टरों से बात की तो उन्होंने परिजनों के साथ बदतमीजी करते हुए सुरक्षा कर्मचारियों द्वारा आईसीयू के बाहर करवा दिया.