वाराणसी:रेलवे से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह बड़े काम की खबर है. खबर ऐसी है कि जो न सिर्फ यात्रियों की टिकट लेने की प्रक्रिया को सहज बना देगी, बल्कि लेन-देन में घंटों खड़े रहने के चक्कर को ही रफूचक्कर कर देगी. इस खास प्रक्रिया की शुरुआत पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से हुई है. यहां पर यात्री स्मार्ट कार्ड व यूपीआई आईडी के जरिये लाभ ले सकते हैं. यही नहीं इस लाभ से उन्हें किराये में 3 फीसदी की छूट भी मिलेगी.
दरअसल, कैंट रेलवे स्टेशन(cantt railway station) पर यात्रियों की सहजता के लिए दो सुविधाओं को शुरू किया गया है. इसमें यूपीआई भुगतान और एटीवीएम मशीन शामिल है. इन सुविधाओं से न सिर्फ यूपीआई के जरिए टिकटों के किराए का भुगतान किया जा रहा है बल्कि, मशीन की सहायता से आसानी से टिकट भी लिए जा रहे हैं. जी हां, अक्सर जनरल बोगी में यात्रा करने वाले यात्रियों को खिड़की में घंटों लाइन में लगकर टिकट खरीदना पड़ता हैं लेकिन, अब उनकी ये समस्या समाप्त हो जाएगी.
कैंट रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने की सुविधा नई शुरुआत के लिए कैंट रेलवे स्टेशन पर टिकट वेंडिंग मशीन(Ticket Vending Machine at Cantt Railway Station) लगाई गई है. इस मशीन के लिए यहां सात फैसिलेटर नियुक्त किए गए हैं, जो यात्रियों को टिकट दिलवाने में उनकी मदद कर रहे हैं. इस मशीन का प्रयोग करने के लिए स्मार्ट कार्ड की आवश्यकता होती है और इसे रिचार्ज कराने पर बोनस भी मिलता है.इस बारे में स्टेशन अधीक्षक गौरव दीक्षित ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए दो नई व्यवस्थाएं शुरू की गईं हैं. इसमें पहला है एवीटीएम मशीन जो स्मार्ट कार्ड से संचालित होती है. इस स्मार्ट कार्ड बनाने तथा इसके रिचार्ज करने की सुविधा रेलवे स्टेशन के टिकट बुकिंग काउंटर पर दी गई है. कोई भी व्यक्ति 100 रुपए का शुल्क देकर स्मार्ट कार्ड ले सकता है. इसमें 50 रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट एवं शेष रिचार्ज प्राप्त होगा. इसके बाद कभी भी 20 रुपए से लेकर 9 हजार तक की राशि से टॉपअप कराया जा सकता है. उन्होंने बताया कि कार्ड की वैधता एक वर्ष तक की है.उन्होंने बताया कि अब खिड़की से टिकट लेने पर उसके पेमेंट के लिए छुट्टे के लेन-देन में दिक्कत नहीं होगी. बल्कि, यूपीआई पेमेंट के जरिए आसानी से टिकट के किराए का भुगतान किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि इस सुविधा से ज्यादा पैसे लेने की शिकायत भी दूर होगी. यूपीआई पेमेंट के लिए प्रक्रिया बेहद ही आसान है.सबसे पहले टिकट बुकिंग के लिए यात्री को अपना अवैध यूपीआई आईडी और पंजीकृत मोबाइल नंबर बताना होगा, किराए का भुगतान करते ही मोबाइल नंबर पर लिंक आ जाएगा, जिसकी पुष्टि के बाद पूरा भुगतान संपन्न हो जाएगा.
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स्टेशन अधीक्षक गौरव दीक्षित ने बताया कि सबसे पहले स्मार्ट कार्ड को स्कैनर पर रखा जाता है, उसके बाद भाषा एवं जोन का चयन किया जाता है. तत्पश्चात गंतव्य स्टेशन मार्ग एवं टिकट श्रेणी का चयन कर टिकटों की संख्या दर्ज कर टिकट बटन दबाया जाता है और पुष्टि करके प्रिंट दबाकर उपयुक्त प्रक्रिया को पूरी करते ही व्यक्ति को टिकट प्राप्त हो जाता है.
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