वाराणसी: कोरोना के बढ़ रहे मामलों के बीच सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से चौपट हो गई हैं. साथ ही प्राइवेट अस्पतालों के हालात भी बहुत बुरे हैं, लेकिन कुछ प्राइवेट अस्पताल इस आपदा के मौके में भी अवसर तलाश रहे हैं और मरीजों के परिजनों से जमकर वसूली कर रहे हैं. ऐसे ही आरोप वाराणसी में पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र की बड़ी बेटी संगीता के निधन के बाद उनके परिवारजनों ने अस्पताल पर लगाए हैं. पंडित मिश्र की छोटी बेटी नम्रता का आरोप है कि उनकी बड़ी बहन संगीता की 29 अप्रैल को एक नामी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई, लेकिन अस्पताल ने लगातार पैसों की वसूली जारी रखी और इलाज क्या दिया गया, क्या दवाएं चली यह जानकारी भी देना मुनासिब नहीं समझा. फिलहाल इस प्रकरण में डीएम ने जांच के आदेश दिए हैं.
छोटी बेटी पहुंची थी आज अस्पताल
पद्म विभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र के परिजनों ने बेटी के मौत पर अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. बता दें कि पद्मविभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्र की पत्नी की मौत कोविड की वजह से 26 अप्रैल को हुई. इसके बाद बड़ी बेटी संगीता मिश्रा (48 वर्ष) का 29 अप्रैल को निधन हो गया. उनका इलाज मैदागिन स्थित एक निजी अस्पताल में चल रहा था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. पं. छन्नूलाल मिश्र की छोटी बेटी नम्रता मिश्र ने बड़ी बहन की मौत पर सवाल खड़ा करते हुए इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने अस्पताल पहुंचकर उनके इलाज के दौरान का सीसीटीवी फुटेज मांगा और हंगामा भी किया. हंगामे को देखते हुए अस्पताल मैनेजमेंट के लोग वहां से फरार हो गए. हंगामे की सूचना पाकर मौके पर कोतवाली थाना क्षेत्र की पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद नम्रता ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ तहरीर दी है.