वाराणसी:जिले के सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के तत्वावधान में संस्कृत भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कामत ने वेद विज्ञान व्याख्यानमाला के अन्तर्गत "वैज्ञानिकी भाषा संस्कृतम" विषय पर बतौर मुख्य वक्ता संबोधन दिया. ऑनलाइन व्याख्यानमाला कार्यक्रम में विद्वानों ने भी अपना मत रखा, जिसमें विद्वानों ने कहा संस्कृत पूर्णत: वैज्ञानिक भाषा है. इसकी वर्णमाला सिर्फ भाषा का उच्चारण मात्र नहीं है. बल्की इसका अपना उच्चारण शास्त्र है, जो व्यक्ति संस्कृत का उच्चारण कर सकता है, वह किसी भी भाषा का सही और स्पष्ट उच्चारण कर सकता है.
योग की भाषा है संस्कृत
अखिल भारतीय संगठन मंत्री दिनेश कामत ने कहा कि कठिन से कठिन संस्कृत बोलना बहुत ही आसान है. यह(संस्कृत) एक विकसित, समृद्धिशली भाषा, संगणक एवं योग की भाषा है. इसके बोलने मात्र से ही योग एवं प्राणायाम स्वतः हो जाते हैं. विविधता में एकता का विचार भारत में ही है. इसका प्रकटीकरण संस्कृत में है. वर्तमान समाज में व्याप्त विरुपता का सबसे बड़ा कारण भारतीय संस्कृति को छोड़ना है.