वाराणसी :पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बिहार के सीएम नीतीश कुमार की जनसभा होनी थी. जनसभा 24 दिसंबर को रोहनिया में होनी थी. अनुमति न मिलने के कारण जनसभा रद्द हो गई है. इसके बाद से बिहार सरकार के मंत्री समेत भाजपा के भी मंत्रियों के बयान सामने आने लगे हैं. शुक्रवार को सीएम नीतीश के मंत्री जमा खान ने आरोप लगाया था कि रैली से भाजपा डर गई है. देश के एक बड़े नेता के इशारे पर जनसभा को अनुमति नहीं दी गई. शनिवार को इस मामले में काशी दौरे पर पहुंचे योगी सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग मंत्री जयवीर सिंह ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अनुमति देना या न देना, प्रशासन का काम है. भाजपा सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है.
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में पर्यटन एवं संस्कृति विभाग मंत्री जयवीर सिंह ने जनसभा को अनुमति न मिलने के सवाल पर कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी रैलियां व अपनी बात रखने का अधिकार है. किसी भी कार्यक्रम की अनुमति देना या न देना यह प्रशासनिक का दायित्व होता है. प्रशासन अपने तरीके से कार्य करता है. उनको अनुमति देनी है या नहीं देनी है, यह प्रशासन तय करेगा. इसमे सरकार की न कोई मंशा है और न कोई भूमिका है. लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए भारतीय जनता पार्टी सदैव संकल्पबद्ध है. प्रधानमंत्री मोदी काशी में दो दिवसीय दौरे पर आने वाले हैं. वह काशी तमिल संगमम में हिस्सा लेंगे. संकल्प यात्रा समेत विभिन्न कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. काशी को अद्भुत-अलौकिक, भव्य-दिव्य बनाने का काम किया गया है.