वाराणसीः ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि हम लोगों का जो विचार है, वो जनता के बीच में जाए. सिर्फ मऊ के एक कार्यक्रम के बाद बीजेपी सकते में आ गई है. उन्होंने कहा कि 2022 में सरकार बनाकर हमलोग जातिवार जनगणना कराना चाहते हैं. आज प्रदेश की हालत ये है कि 60 पैसा पर यूनिट बिजली सरकार खरीदती है और 7 रुपये ग्रामीण इलाकों से और 8 रुपये पर यूनिट शहरी इलाकों से वसूल रही है.
वहीं उन्होंने कहा कि हम कि हम प्रदेश में अमन चैन के लिए, गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए अभियान चला रहे हैं, तो भारतीय जनता पार्टी सिर्फ धर्म के सहारे, हिन्दू मुस्लिम की राजनीति के सहारे ये सियासत पर कब्जा करना चाहते है. हम लोगों की बात जनता तक न पहुंचे. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी ने हमारे कार्यक्रमों का परमिशन निरस्त किया. वहीं आज का जो हम लोगों का कार्यक्रम है, उसे 17 नवम्बर को फिर करेंगे.
वहीं ओम प्रकाश राजभर ने AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा दिये गए बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारा उनके लिए सलाह है कि 100 सीट लड़ने से अच्छा है कि 10 सीट लड़ों, 100 सीट लड़कर के एक भी सीट नहीं जीतोगे, 10 सीट लड़कर 10 पूरा जीत जाओगे. हम अभी भी ओवैसी जी को यही समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी से हमने जो समझौता किया है. अगर हम सभी 400 सीट मांग लेंगे तो अखिलेश जी की पार्टी क्या करेगी. इसलिए हमारा सुझाव है अपने साथियों से कि आपकी जो ताकत है, उसी के आधार पर सीट लेकर चुनाव लड़ो. वहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तो अखिलेश जी को बनना है. जिसे ज्यादा से ज्यादा सीट हमें अखिलेश जी को लड़ने के लिए देना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि पिछली बार हम बीजेपी के साथ लड़े थे, तो बीजेपी को 325 सीट मिली थी, इस बार समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ेंगे तो हमे उससे भी ज्यादा सीट मिलेगी. इसे भी पढ़ें- प्रियंका चित्रकूट में महिलाओं संग करेंगी 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' संवाद
वहीं उन्होंने कहा कि हम अखिलेश जी के साथ बिना शर्त समर्थन में हैं. हम अखिलेश जी को मुख्यमंत्री बनाने का और भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से बेदखल करने के लिए गठबंधन में हैं.