वाराणसीःछह दिन धरना देने के बाद महिला पार्षद सीमा शर्मा ने मंगलवार से आमरण अनशन शुरू कर दिया है. महिला पार्षद ने जलकल विभाग अधिकारियों और कर्मचारियों पर साड़ी खींचने और गाली-गलौज का गंभीर आरोप लगाया है. महिला पार्षद ने जल्द न्याय न मिलने पर आत्मदाह करने की धमकी दी.
वाराणसी: महिला पार्षद से अधिकारियों ने की बदसलूकी, शुरू किया अनशन
यूपी के वाराणसी में महिला पार्षद ने जलकल विभाग के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते आमरण अनशन शुरू कर दिया है. महिला पार्षद ने विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों पर साड़ी खींचने और गाली-गलौज का आरोप लगाया है. महिला पार्षद ने जल्द न्याय न मिलने पर आत्मदाह की धमकी दी.
नगर निगम के वार्ड नंबर 14 नवाबगंज की महिला पार्षद सीमा शर्मा ने जलकल विभाग के दफ्तर में अधिशासी अभियंता और जेई पर धक्का-मुक्की, गाली-गलौज के अलावा साड़ी भी खींचने का आरोप लगाया है. महिला पार्षद सीमा शर्मा आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जलकल विभाग के दफ्तर के सामने पिछले 6 दिनों से धरने पर बैठी थीं. लगातार धरना देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर महिला पार्षद ने आज से आमरण अनशन शुरू कर दिया है.
न्याय मिलने तक जारी रहेगा धरना
महिला पार्षद सीमा शर्मा ने कहा कि जब जलकल विभाग के अधिकारी महिला पार्षदों के साथ दुर्व्यवहार और गंदी हरकत कर सकते हैं, तो आम महिलाओं के साथ यहां क्या होता होगा. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के दुर्व्यवहार की शिकायत स्थानीय थाने सहित नगर निगम के अधिकारियों से भी की. इसके बावजूद अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. पार्षद ने कहा कि जब तक हमारी मांगें नहीं मानी जाती हैं, मुझे न्याय नहीं मिलता, तब तक मैं यहां पर बैठी रहूंगी. जरूरत पड़ी तो यहां आत्मदाह कर लूंगी.
क्या है पूरा मामला
वाराणसी के नगवा क्षेत्र में पिछले कई दिनों से सीवर का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर रहा है. इसकी शिकायत लगातार महिला पार्षद सीमा शर्मा द्वारा जलकल के अधिकारियों से की जा रही थी. इसी सिलसिले में महिला पार्षद पिछले गुरुवार को जलकल के दफ्तर पहुंचीं थीं. इस दौरान अधिशासी अभियंता आनंद त्रिपाठी, जेई मनीष सिंह सहित अन्य कर्मचारियों ने पहले उनसे बदसलूकी की और फिर धक्का-मुक्की के बाद उनकी साड़ी भी खींची.
महिला पार्षद ने नहीं दिया कोई पत्र
ईटीवी भारत से बातचीत में जल संस्थान के सचिव सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि महिला पार्षद की कुछ समस्या थी, जिसको विभाग द्वारा हल करा दिया गया था. 5 से 6 दिन पहले जलकल विभाग के कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार किया गया था. उस अभद्र व्यवहार को लेकर एक्सईएन आनंद त्रिपाठी द्वारा भेलूपुर थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया गया. महिला पार्षद से मिलने जब हम लोग गए तो उन्होंने हम लोगों को कोई पत्रक नहीं दिया.