वाराणसी: 9 फरवरी को सेंट्रल जेल के पास हुई मारपीट और फायरिंग मामले में एक नया मोड़ आ गया है. मामले में वाराणसी के अधिवक्ता मनीष सिंह की ओर से शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. अधिवक्ता ने आरोप लगाया है कि उनके भाई आशीष सिंह बीजेपी के सदस्य हैं और चंदौली के सैयदराजा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार सुशील सिंह के प्रचार अभियान से जुड़े हुए हैं. ये बात घोसी सांसद अतुल राय के समर्थकों को नागवार गुजरी. इसके बाद उनके भाई पर धौंस जमाने और उन्हें धमकाने के लिए कुछ लोग उनके घर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अपने बचाव के लिए अपने ही लोगों के पैर में गोली मारी, जिसमें दो युवक घायल हुए थे. अधिवक्ता मनीष सिंह के मुताबिक साजिशन इस घटना को अंजाम दिया गया.
अधिवक्ता मनीष सिंह का आरोप है कि घोसी सांसद अतुल राय के समर्थकों ने खुद को बचाने के लिए घटना के वक्त नाटकीय ढंग से अपने ही साथी को गोली मारी. उसे हल्की खंरोच आई है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. अधिवक्ता ने पूरे मामले की उच्चाधिकारियों से जांच की मांग की है. अधिवक्ता की तहरीर पर 6 नामजद शोभित सिंह उर्फ गोलू, आकाश दूबे, चेतन पटेल, सचिन, अंशमान और संस्कार के अलावा करीब 15 से 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
अधिवक्ता मनीष सिंह के मुताबिक उनके भाई आशीष सिंह सिंह बीजेपी के कर्मठ सदस्य हैं. वो जनपद चंदौली की सैयदराजा विधानसभा से प्रत्याशी सुशील सिंह का प्रचार करने जा रहे थे. वहीं, शोभित सिंह उर्फ गोलू मऊ जिले की घोसी लोकसभा से बसपा सांसद अतुल राय का दाहिना हाथ है. उनके नाम पर शोभित सिंह ने बहुत सी जमीन पर अवैध कब्जा किया है. इसके अलावा संस्कार एक हिस्ट्रीशीटर व्यक्ति है, जो जेल से दो वर्ष की सजा काट कर बाहर आया है. यह सभी सांसद अतुल राय के लिए काम करते हैं.