वाराणसी: सबसे पवित्र नदी और भारत में आस्था का प्रतीक मानी जाने वाली गंगा नदी को शुद्ध और निर्मल करने के लिए पिछले कई वर्षों से लगातार सामाजिक संस्थाएं और सरकार योजनाएं बना रही हैं. वर्तमान सरकार ने तो मां गंगा के लिए मंत्रालय भी बना दिया लेकिन, वह मंत्रालय भी बंद हो गया और मां गंगा अब तक अपनी स्थिति में वैसी ही हैं. ऐसे में मां गंगा की बदहाली के खिलाफ गंगा प्रेमी अब नए सिरे से आंदोलन की रणनीति बना रहे हैं.
गंगा को स्वच्छ करने के लिए बन रही नई रणनीति
- पिछले 1 दशक से अधिक समय से गंगा की अविरलता और निर्मलता को लेकर काम कर रही गंगा महासभा अब गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए यात्रा निकलने जा रही है.
- यह यात्रा बलिया से होकर हरिद्वार तक जायेगी.
- इस यात्रा में गंगा प्रेमी, संत, महात्मा संग सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल होंगे.
- ये लोग गांव और शहरों में जाकर लोगों को गंगा स्वच्छता के प्रति न सिर्फ जागरूक करेंगे बल्कि गंगा सफाई अभियान को लेकर सरकार के तमाम दावों की हकीकत भी परखेंगे.
- यात्रा की तैयारियों के लिए बुधवार को वाराणसी के रथयात्रा स्थित गंगा महासभा के कार्यालय में बैठक की गई.
- ये यात्रा अक्टूबर महीने में निकाली जाएगी.