वाराणसी:उत्सवधर्मी प्रधान नगरी काशी ऐसे तो स्वयं में एक महोत्सव है. यहां की हर गली मोहल्ले में सांस्कृतिक आस्था बसती है. इसी आस्था को भव्यता प्रदान कर नवरात्रि महोत्सव का स्वरुप दिया गया. उक्त बातें शुक्रवार को राजेन्द्र प्रसाद घाट पर विगत सात अक्टूबर से प्रारंभ नव दिवसीय नवरात्रि महोत्सव के समापन के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे सूबे के पर्यटन व संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कहीं. मां आदिशक्ति व मातृशक्ति को समर्पित इस नवरात्रि महोत्सव में हिस्सा लेने वाले सभी कलाकारों ने अपनी सजीव भक्ति के जरिए भजन व कथक नृत्य कर वहां उपस्थितजनों का दिल जीतने के साथ ही उन्हें भावविभोर कर दिया. बनारस में पहली बार आयोजित इस नव दिवसीय कार्यक्रम का गंगा के सुरम्य तट की सीढ़ियों पर बैठकर श्रोताओं ने आनंद लिया.
वहीं, महोत्सव के समापन पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में सर्वप्रथम गायक शुभम त्रिपाठी ने ''मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है'' की प्रस्तुत दी. इसके उपरांत प्रीतम सिंह का तबला वादन व युगल किशोर सिंह का गायन हुआ. तबला सम्राट स्व. किशन महाराज के पुत्र पंडित पूरन महाराज ने अपने तबला वाद्य से उपस्थित श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया तो डॉ. शिवानी आचार्य व श्रीमती नीलम सिंह का युगल गायन हुआ, जिसमें तबला संगति अंकित कुमार सिंह और हारमोनियम पर डॉ. पंकज शर्मा ने व बांसुरी पर युवा वादक सोनू यदुवंशी ने साथ दिया.
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समापन समारोह में युवा कथक कलाकार विशाल कृष्ण ने अपनी हाजिरी लगाई. पहली बार आयोजित इस नवरात्रि महोत्सव का भव्य समापन प्रख्यात लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी के भावमय भजन व गीतों से हुआ. मालिनी अवस्थी ने अपने सुरीली आवाज से देवी को समर्पित भजन गाना शुरू किया तो उपस्थित श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.